Kolkata Doctor Rape Murder Case:कोलकाता डॉक्टर केस में भड़के CJI, ममता बनर्जी से पूछे तीखे सवाल
CJI got angry in Kolkata doctor case, asked sharp questions to Mamta Banerjee
Kolkata Doctor Rape Murder Case: कोलकाता के डॉक्टर मामले में मंगलवार यानि आज सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। इस दौरान CJI ने वेस्ट बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को जमकर फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से तीखे सवाल किए, जिससे ममता बनर्जी के प्रशासन पर चिंता जताई गई। इस मामले में एक तरफ जहां डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वहीं, बंगाल के राज्यपाल CV आनंद बोस भी दिल्ली पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति से मुलाकात भी की है।
कोलकाता में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को इतना नाराज कर दिया है कि उन्होंने चिकित्सकों की सुरक्षा पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स को बनाने का ऐलान कर दिया है। इस टास्क ग्रुप में चिकित्सकों को शामिल किया जाएगा, जिसका गठन कोर्ट की निगरानी में किया जाएगा। कोलकाता डॉक्टर केस में चीफ जस्टिस(CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को जमकर फटकार लगाई है। इसे गंभीर मामला बताते हुए कुछ तीखे सवाल भी पूछे हैं, जो ममता बनर्जी को चुभ सकते हैं।
CJI डी वाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस केस की सुनवाई की है। उनकी तरफ से डॉक्टरों से अपील की गई है कि वे अदालत पर भरोसा रखें, उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यहां जानिए सुनवाई के दौरान की बड़ी बातें-
*CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने बेहद तल्ख लहजे में कहा कि police ने Crime सीन को प्रोटेक्ट क्यों नहीं किया?
*कैसे हजारों लोगों की भीड़ आरजी कर अस्पताल के अंदर आ गई ? 7,000 लोगों की भीड़ को अंदर क्यों आने दिया?
*सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट अनिल कुमार सिंह श्रीनेत कहते हैं कि जिस अस्पताल में डॉक्टर के साथ यह जघन्य अपराध हुआ, वो क्राइम सीन था। ऐसे जगह पर भीड़ के जाने का मतलब है, सुबूतों का डैमेज होना। ऐसे में किसी को गुनहगार कैसे ठहराया जा सकेगा। ममता बनर्जी सरकार का ये दायित्व था कि क्राइम सीन की सुरक्षा करना, जो करने में वो फेल रहीं।
*CJI ने यह भी सवाल पूछा है कि आखिर प्रिंसिपल ने डॉक्टर केस को सुसाइड क्यों बताया?
* प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों जॉइन कराया गया?
*CJI ने कहा, CBI इस केस में गुरुवार तक स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करे। जांच इस वक्त नाजुक दौर में है, इसलिए डायरेक्ट रिपोर्ट अदालत में दी जाए। एडवोकेट अनिल सिंह बताते हैं कि ऐसे मामलों में जब जांच चल रही हो तो उस वक्त राज्य सरकार की ऐसी कोई भी कार्रवाई उसे कटघरे में खड़ा कर सकती है। ममता सरकार को ऐसा काम बिल्कुल नहीं करना चाहिए था। यह राज्य सरकार की मंशा को लेकर संदेह पैदा करता है, जो अदालत में उसके खिलाफ जा सकती हैं।
*जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने सवाल में यह भी पूछा कि इस मामले में प्रिंसिपल का क्या जवाब था?
*FIR दर्ज होने में देरी क्यों की गई। डॉक्टर की शव माता-पिता को देर से सौंपा गया। उस वक्त पुलिस क्या कर रही है?
* यह एक गंभीर मामला है। CJI ने हड़ताली डॉक्टरों से अपील की है कि आप हम पर भरोसा करें। इस बात को समझें कि पूरे देश का हेल्थ केयर सिस्टम आपके पास है। वकील अनिल सिंह श्रीनेत स्पष्ट करते हैं कि हत्या या अन्य आपराधिक मामलों में तुरंत FIR दर्ज करना आवश्यक है। इन स्थितियों में, यदि एफआईआर में देरी की जाती है तो साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है या उन्हें प्रभावित किया जा सकता है।
* CJI के अनुसार, हमें चिंता है कि पीड़िता की पहचान सार्वजनिक हो सकती है। पीड़िता के शव को उसकी तस्वीर के साथ पोस्टमॉर्टम के बाद दिखाना चिंताजनक है। हम पीड़िता के नाम और तस्वीरें सोशल मीडिया पर फैलने से काफी चिंतित हैं। हर जगह पीड़िता की पहचान उजागर हुई, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था। अनिल सिंह के अनुसार, supreme court की इस मामले में गाइडलाइन है कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या social media पर पीड़िता की पहचान उजागर करना अपराध है।
पीएम मोदी ने 15 अगस्त के भाषण में किया था कोलकाता केस का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले के प्राचीर से दिए अपने भाषण में कोलकाता डॉक्टर केस को लेकर संकेतों में कहा था कि एक समाज के नाते हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं-बहनों और बेटियों के प्रति अत्याचार हो रहे हैं। जनता और देश दोनों ही उनसे नाराज़ हैं। यह गुस्सा साफ देखा जा सकता है। यह एक ऐसी बात है जिसे देश, समाज और राज्य सरकारों को गंभीरता से लेने की ज़रूरत है।
ममता बनर्जी से मांगा इस्तीफा
आरजी कर अस्पताल में हुए कोलकाता के डॉक्टर मामले को लेकर सोशल मीडिया पर #BengalHoror #Yeh_Azadi_Jhoothi_Hai #KolkataDeathCase #MamataMustResign और #KolkataPolice जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। डॉक्टर के न्याय के लिए संघर्ष कर रही आम जनता ममता बनर्जी प्रशासन से इस्तीफा देने की मांग कर रही है। लोग साथ ही कोलकाता पुलिस के रवैये का भी विरोध कर रहे हैं। लोग दीदी से पूछ रहे हैं, “आपको अभी गुस्सा क्यों नहीं आ रहा है?” वो गुस्सा- कहां चला गया? साथ ही, कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या ये वही दीदी हैं जिन्होंने 34 साल तक पश्चिम बंगाल पर राज करने वाली वाम मोर्चा सरकार को अपने दम पर उखाड़ फेंका था।