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NEET Exam Latest Update: सीएम स्टालिन ने नीट एग्जाम को लेकर राहुल, पीएम समेत 8 राज्यों के सीएम को लिखा पत्र

CM Stalin wrote a letter to Rahul, PM and CMs of 8 states regarding NEET exam

NEET Exam Latest Update: नीट एग्जाम को लेकर हो रहे हंगामे के बाद सरकार ने सीबीआई जांच का आदेश दिया है। विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर बहस की लगातार मांग के बाद संसद के दोनों सदनों में आंदोलन हुआ। हालांकि, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक पत्र भेजा है जानिए आने वाले वक्त में इस पत्र का क्या असर होगा.

नीट UG परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर राजनीतिक संघर्ष इस समय अपने चरम पर है। संसद ने भी इस समस्या को उठाया। शुक्रवार यानि 28 जून को विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया और मांग की कि NEET मुद्दे पर चर्चा की जाए। इस वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी दल नीट एग्जाम और अन्य एग्जाम से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे थे। वहीं सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा होनी थी। सत्तापक्ष और लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से विपक्षी सांसदों को समझाने की कोशिशें हुईं। हालांकि, बात नहीं बन सकी जिसके चलते सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि एमके स्टालिन ने नीट परीक्षा को खत्म करने के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजा है। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को भी पत्र भेजा है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर राज्य को NEET से छूट देने की मांग उठाने को कहा। उन्होंने इंडिया अलायंस से भी कहा कि वे अपनी विधानसभा में NEET परीक्षा के विरोध में प्रस्ताव पारित करें। उन्होंने ये भी अपील किया कि 12वीं की परीक्षा के नंबर्स के आधार पर छात्रों को मेडिकल पाठ्यक्रमों में एंट्री देने की अनुमति दे।

स्टालिन ने आगे कहा, यह परीक्षा पक्षपातपूर्ण है और ग्रामीण और कम आय वाले पृष्ठभूमि के छात्रों को मेडिकल स्कूल में प्रवेश लेने से रोकती है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने जोर देकर कहा कि 12वीं कक्षा उत्तीर्णता को पात्रता की शर्त के रूप में रखने वाले छात्रों को मेडिकल स्कूल में प्रवेश देने के राज्यों के अधिकार का मेडिकल प्रवेश परीक्षा या “नीट” द्वारा उल्लंघन किया जाता है।

आपको बता दें नीट फर्जीवाड़े को लेकर लोकसभा में काफी हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने शुक्रवार को नीट परीक्षा पर चर्चा किए बिना सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों द्वारा अपनी मांग पर अड़े रहने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। स्पीकर बिरला और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे को उठा सकते हैं। ओम बिरला के ने कहा सदन के अंदर और सदन के बाहर प्रदर्शन करने में अंतर होता है। क्या विपक्ष सदन पर कब्ज़ा नहीं करना चाहता? क्या आप धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए नीट पर बीत नहीं करना चाहते?’

रिजिजू के मुताबिक, सदन ने पहले कभी किसी अन्य मामले पर चर्चा से पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस नहीं की है। इस बीच, राहुल गांधी ने कहा कि जब वह बोलने की कोशिश कर रहे थे, तो उनका माइक्रोफोन बंद कर दिया गया। इस पर स्पीकर ने कहा कि वे किसी सदस्य का माइक्रोफोन बंद नहीं कर सकते। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया ब्लॉक सरकार के साथ NEET परीक्षा और पेपर लीक पर सार्थक चर्चा करने में रुचि रखता है। अफसोस की बात है कि हमें संसद में ऐसा करने का मौका नहीं दिया गया।

लोकसभा और राज्यसभा दोनों में ही इसी तरह के दृश्य देखने को मिले। कार्यवाही के कई बार स्थगित होने के बावजूद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्ष के सदस्य सदन के वेल में आ गए और अपना विरोध जारी रखा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें यह बेहद दुखद और अविश्वसनीय था कि संसद में पचास साल से ज़्यादा का अनुभव रखने वाले नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सदन के वेल में चले गए। मैंने जो देखा है, वह यह है कि इस संस्था को कलंकित, दागदार और अपमानित किया गया।

Prachi Chaudhary

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