Cold wave wreaks havoc in Uttarakhand: उत्तराखंड में शीतलहर का कहर, पाला और ठिठुरन से बढ़ी मुश्किलें
Cold wave wreaks havoc in Uttarakhand: उत्तराखंड में आज भी शीतल लहर का प्रकोप जारी। मौसम विभाग ने हरिद्वार और उधम सिंह नगर को छोड़कर सभी जिलों में पाला पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में शीत लहर से ठिठुरन भी बढ़ेगी। 13 दिसंबर के बाद प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा।
Cold wave wreaks havoc in Uttarakhand: देहरादून: उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप जारी है। बीते कुछ दिनों में हुई बारिश और बर्फबारी ने प्रदेशभर में ठंड का असर बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश जिलों में शीतलहर और पाले की चेतावनी जारी की है। हरिद्वार और उधम सिंह नगर को छोड़कर अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
शीतलहर और पाले का कहर
उत्तराखंड में मंगलवार को शीतलहर और पाले ने आम जनजीवन को प्रभावित किया। देहरादून, मसूरी, मुक्तेश्वर और नई टिहरी समेत कई इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-6 डिग्री तक गिर गया। मसूरी में पाला गिरने से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई, जिससे कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बचे। पैदल चलने वाले लोगों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
केदारनाथ धाम समेत उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। केदारनाथ में तापमान माइनस 15 डिग्री तक गिर गया, जबकि मुक्तेश्वर और नई टिहरी में भी शून्य से नीचे तापमान दर्ज किया गया। ठंड के चलते कई इलाकों में पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है।
प्रदेशभर में तापमान में गिरावट
उत्तराखंड के प्रमुख शहरों और पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
देहरादून: अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री और न्यूनतम 5.6 डिग्री।
मुक्तेश्वर: अधिकतम 13.1 डिग्री, न्यूनतम -1.8 डिग्री।
नई टिहरी: अधिकतम 13.5 डिग्री, न्यूनतम 0.4 डिग्री।
पंतनगर: अधिकतम 23 डिग्री, न्यूनतम 3.2 डिग्री।
मंगलवार को मसूरी में दिन के समय अधिकतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे ठंड से राहत के लिए दिन में भी अलाव जलाने की जरूरत पड़ी।
पर्वतीय क्षेत्रों में पाला और बर्फबारी का असर
चमोली जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में 20 से अधिक गांव बर्फ की चादर से ढक गए हैं। बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, नंदाघुंघटी और माणा घाटी में भारी बर्फबारी से ठंड में इजाफा हुआ है। रविवार और सोमवार को बारिश और हिमपात के बाद प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई।
केदारनाथ धाम में रविवार रात और सोमवार सुबह हुई बर्फबारी के कारण तापमान माइनस 15 डिग्री तक पहुंच गया। हालांकि, दोपहर के समय धूप निकलने से मौसम कुछ हद तक सुहाना रहा, लेकिन तापमान माइनस 10 डिग्री से ऊपर नहीं जा सका।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार, 11 दिसंबर को प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, पर्वतीय इलाकों में पाले के कारण ठिठुरन बनी रहेगी। आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है, लेकिन न्यूनतम तापमान के गिरने से रातें और अधिक ठंडी हो सकती हैं।
ठंड से बचाव के उपाय
बढ़ती ठंड और पाले के चलते राज्य प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर पर्वतीय इलाकों में वाहन चलाने के दौरान सावधानी बरतने को कहा गया है। लोगों को गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करने, अलाव का सहारा लेने और सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
वायु गुणवत्ता में सुधार
ठंड और बारिश के चलते देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। मंगलवार को देहरादून का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 75 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है।
आम जनजीवन पर असर
शीतलहर और पाले के चलते स्कूलों और कार्यालयों में उपस्थिति प्रभावित हो रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण यातायात बाधित हो गया है। स्थानीय लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। मसूरी और अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटकों की संख्या में कमी आई है।
उत्तराखंड में ठंड का यह सिलसिला आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में पाला और ठिठुरन ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जबकि मैदानी इलाकों में भी तापमान में गिरावट के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।