नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वह पिछले चार दिनों से बुखार से पीड़ित थे, लेकिन मंगलवार को उनमें कोरोना की पुष्टि हुई है. इससे पहले सोमवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के भी कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आई थी.
बताया जा रहा है कि वह न तो पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह में शामिल हुए थे और न ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. इसके बाद से अंदाजा लगाया जा रहा है. नीतीश भाजपा से नाराजगी के चलते इन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए. फिलहाल, अब उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है.
देश में कोरोना के आंकड़े थमने का नाम नहीं ले रहे है. बीते 24 घंटे में देश में 14,830 नए केस आए. जबकि 36 संक्रमितों की मौत हो गई. एक्टिव केस 1,47,512 हैं. एक्टिव केस मामले अब देश के कुल सकारात्मक मामलों का 0.34 प्रतिशत हैं. पिछले 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट लगभग दोगुना से ज्यादा बढ़ गया है. सिर्फ 168 दिन बाद पॉजिटिविटी रेट 7% के पार हो चुका है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। WHO के मुताबिक, 5% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट चिंता की बात है.
वहीं भारत की रिकवरी रेट 98.47 प्र्र्रतिशत है. पिछले 24 घंटों में 18 हजार 159 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं और ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक 4,32,46,829 हो गई है. देश में पिछले 24 घंटों में कुल 4,26,102 कोविड टेस्ट किए गए। भारत ने अब तक कुल 87,31,85,917 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं. जिसके आधार पर देश में साप्ताहिक सकारात्मकता दर वर्तमान में 4.53 प्रतिशत है और दैनिक सकारात्मकता दर 3.48 प्रतिशत बताई गई है.
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भारत का कोरोना टीकाकरण कवरेज 202.50 करोड़ से अधिक हो गया है. यह लक्ष्य 2,67,49,821 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है. 12-14 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोविड टीकाकरण 16 मार्च 2022 को शुरू किया गया था. अब तक 3.85 करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है.
राजस्थान में बीते 24 घंटे में 187 नए कोरोना संक्रमित मिले है. जयपुर में 60 जोधपुर में 25 मरीज मिले है. मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 227 नए मरीज मिले हैं. सबसे ज्यादा खतरा तीन बड़े शहरों इंदौर, भोपाल और जबलपुर में है. संक्रमितों की संख्या के हिसाब से इंदौर में हालात खराब हैं. यहां 793 केस हैं। मौतों के मामले में जबलपुर आगे है. पिछले 54 दिनों में प्रदेश में 12 मरीजों की मौत हुई है. आंकड़े बताते हैं कि जबलपुर में हर नौवें दिन एक मरीज की मौत हो रही है