जेल में मौतः नाबालिग की पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पिटाई का आरोप, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
आरोप है कि पुलिस कस्टडी में नाबालिग की जमकर पिटाई की। पुलिस ने अरुण को जेल भेज दिया था। पिटाई में उसे अंदरुनी गंभीर लगने से उसकी जिला कारागार में मृत्यु हो गई। जिला अस्पताल के डॉक्टर बी. डी शर्मा ने बताया कि अरुण नाम के किशोर लड़के को कारागार से मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था। डॉक्टर का कहना है कि अंकुर की मृत्यु कारागार के अंदर ही हो चुकी थीं।
सहारनपुर। एक नाबालिग की पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पिटाई की गयी। पुलिस की पिटाई से नाबालिग की जेल में मौत हो गयी। मृतक के गले पर भी चोट के निशान मिले हैं। ये आरोप मृतक के परिजनों ने सहारनपुर की थाना बड़गांव पुलिस पर लगाये हैं।
जनपद सहारनपुर के थाना बड़गांव क्षेत्र में एक किशोर-किशोरी में प्रेम प्रसंग था। इसी के चलते लड़का-लड़की अपने घरों से फरार हो गये। लड़का और लड़की दोनों ही नाबालिग थे। इसके बावजूद लड़के के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पोक्सो एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
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पुलिस में अरुण को पकड़ लिया था। आरोप है कि पुलिस कस्टडी में नाबालिग की जमकर पिटाई की। पुलिस ने अरुण को जेल भेज दिया था। पिटाई में उसे अंदरुनी गंभीर लगने से उसकी जिला कारागार में मृत्यु हो गई। जिला अस्पताल के डॉक्टर बी. डी शर्मा ने बताया कि अरुण नाम के किशोर लड़के को कारागार से मृत अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया था। डॉक्टर का कहना है कि अंकुर की मृत्यु कारागार के अंदर ही हो चुकी थीं।
मृतक अरुण के एक परिजन प्रवीण कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी बड़गांव ने उन्हें इस संबंध में सूचना नहीं दी। दोपहर के समय कारागार से एक कॉल आई थी, जिसमें बताया गया कि आपके लड़का बीमार है, उसे सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही है। उसे जिला अस्पताल भेजा जा रहा है।