BlogSliderखेलखेल खेल मेंन्यूज़शोर क्या मचा है

Debate on KL Rahul’s controversial dismissal: केएल राहुल के विवादास्पद आउट पर बहस: संजय मांजरेकर और साइमन टॉफेल की अलग-अलग राय

केएल राहुल के विवादास्पद आउट पर बहस: संजय मांजरेकर और साइमन टॉफेल की अलग-अलग राय

Debate on KL Rahul’s controversial dismissal: पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान केएल राहुल के आउट होने के निर्णय पर क्रिकेट जगत में बहस छिड़ गई है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए इस मुकाबले में लंच से पहले सलामी बल्लेबाज केएल राहुल को डीआरएस के बाद थर्ड अंपायर द्वारा आउट करार दिए जाने पर कई सवाल खड़े हो गए। इस विवादित फैसले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने निर्णय की आलोचना की, जबकि पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर साइमन टॉफेल ने इसे उचित ठहराया।

घटना: डीआरएस ने पलटा ऑन-फील्ड अंपायर का निर्णय


मैच के दौरान जब केएल राहुल 26 रन बनाकर खेल रहे थे, तब मिचेल स्टार्क की गेंद पर कैच आउट की अपील की गई। ऑन-फील्ड अंपायर रिचर्ड कैटलब्रॉ ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने रिव्यू लिया, और रिप्ले में स्निकोमीटर पर गेंद के बल्ले के पास से गुजरने पर एक स्पाइक दिखाई दिया। हालांकि, उसी समय राहुल का बल्ला उनके पैड से भी टकराया था, जिससे स्थिति पेचीदा हो गई। थर्ड अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने ऑन-फील्ड निर्णय को पलटते हुए राहुल को आउट करार दिया।

संजय मांजरेकर की आलोचना: “पर्याप्त सबूत नहीं थे”


संजय मांजरेकर ने इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए तकनीकी खामियों की ओर इशारा किया। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, “टीवी अंपायर को जो सुविधाएं दी गई थीं, वे पर्याप्त नहीं थीं। केवल कुछ एंगल के आधार पर इतना बड़ा निर्णय लेना सही नहीं था। स्निको में जो स्पाइक दिखाई दिया, वह बल्ले और पैड के संपर्क का भी हो सकता है। यह स्पष्ट नहीं था कि गेंद बल्ले से टकराई थी।”

मांजरेकर ने आगे कहा, “अगर गेंद बल्ले से लगी होती, तो एक और स्पाइक दिखना चाहिए था। मेरे हिसाब से यह खराब निर्णय था, और इसका दोष ऑन-फील्ड अंपायर को नहीं दिया जा सकता। राहुल ने कड़ी मेहनत की थी और इस तरह से आउट होना उनके और टीम के लिए नुकसानदायक है।”

Debate on KL Rahul’s controversial dismissal

साइमन टॉफेल की प्रतिक्रिया: “फैसला सही था”


वहीं, पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने इस फैसले को सही ठहराया। उन्होंने चैनल सेवन पर कहा, “रिचर्ड इलिंगवर्थ ने मुश्किल परिस्थितियों में निर्णय लिया। कुछ कैमरा एंगल की कमी जरूर थी, लेकिन जो एंगल उपलब्ध थे, उनमें गेंद का बल्ले से संपर्क स्पष्ट दिखा। हालांकि, बल्ला पैड से भी टकराया था, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।”

टॉफेल ने यह भी कहा कि लंच ब्रेक के दौरान अंपायर रूम में इस मामले पर चर्चा जरूर हुई होगी। उन्होंने माना कि ऐसे मामलों में डीआरएस प्रक्रिया में सुधार की गुंजाइश है।

तकनीकी सीमाएं और डीआरएस की विश्वसनीयता पर सवाल


यह विवाद डीआरएस की विश्वसनीयता और अंपायरों को उपलब्ध कराए जाने वाले तकनीकी साधनों की सीमाओं पर भी प्रकाश डालता है। मांजरेकर ने जोर देकर कहा कि निर्णायक फैसलों के लिए और भी स्पष्ट साक्ष्यों की जरूरत है। उन्होंने कहा, “महज एक स्पाइक के आधार पर इतना महत्वपूर्ण फैसला नहीं किया जाना चाहिए।”

राहुल के लिए चुनौतीपूर्ण समय


इस विवाद के बाद केएल राहुल का आउट होना टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। राहुल इस समय अपने करियर के एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं और उनकी हर पारी टीम के साथ-साथ उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन के लिए भी महत्वपूर्ण है।

Mansi Negi

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button