Delhi Assembly Election: तीनों पार्टियां के बीच होगा मुकाबला, क्या AAP इस बार बचा पाएगी अपनी सीट पढ़े पूरा अपडेट ?
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों में AAP, BJP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला है। चुनाव एक महीने बाद होने की संभावना है। AAP पिछले दो चुनावों में जीत हासिल कर चुकी है, जबकि BJP अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश में है। 2015 और 2020 में आप से हारने के बाद कांग्रेस दिल्ली की राजनीति में खुद को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रही है। चुनाव प्रचार के दौरान तीनों पार्टियां कड़ी मेहनत कर रही हैं और कम अंतर से जीत वाली सीटों पर खास ध्यान दे रही हैं। तो अब देखना होगी कि, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कौन करेगा जीत हासिल ?
Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर AAP, BJP और Congress के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है और दिल्ली (delhi) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) का बिगुल बज चुका है. इसके साथ ही मैदान में राजनीतिक महारथी उतारे जा चुके हैं.राजनैतिक पार्टियों में AAP ने सबसे पहले अपने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं… वहीं Congress ने 56 और BJP ने अभी तक कोई भी लिस्ट जारी नहीं की है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) को लेकर आम आदमी पार्टी, BJP और Congress के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है. और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा बहाल होने के बाद 1993 में पहली बार विधानसभा चुनाव (Assembly Election) हुए थे. उसके बाद से राजधानी में 7 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. जिसमें से BJP महज एक बार साल 1993 में ही जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी. जिसके बाद 1998 में उसके हाथों से सत्ता गई और 1993 में जब पहली बार चुनाव हुए तो BJP ने राम मंदिर आंदोलन की लहर में एकतरफा जीत हासिल की. हालांकि, पांच साल के कार्यकाल में नौबत ऐसी आईं कि पार्टी . सबको सत्ता में आने का मौका दिया है. राम मंदिर आंदोलन की लहर में भाजपा ने 1993 में पहले चुनाव में शानदार जीत हासिल की। लेकिन हालात यहां तक पहुंच गए कि पार्टी को पांच साल के कार्यकाल में तीन बार मुख्यमंत्री बदलना पड़ा। मुख्यमंत्री बनने वाले पहले भाजपा नेता मदन लाल खुराना थे । इस पद पर मात्र 27 महीने रहने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उस समय साहिब सिंह वर्मा मुख्यमंत्री थे। उन्होंने लगभग 31 महीने तक मुख्यमंत्री पद संभाला। अंत में सुषमा स्वराज ने उनके बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में बावन दिनों तक काम किया।
पढें: महाकुंभ में जाने से पहले समझिये स्नान की तिथि के बारे में कब है शाही स्नान
दिल्ली की इस सीट पर भाजपा का खाता नहीं खुला है। आप तीन और कांग्रेस ने चार बार जीत दर्ज की। सिसोदिया के उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है। भाजपा की घोषणा का इंतजार है।
दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में अभी तक भाजपा का जीत के मामले में खाता नहीं खुला है। जंगपुरा में कांग्रेस ने अपनी पकड़ लंबे समय तक बनाए रखी। पहले 4 चुनावों में लगातार कांग्रेस को जीत मिली। वर्ष 2013 के बाद राजनीतिक समीकरण बदले और लगातार 3 बार से आम आदमी पार्टी का यहां कब्जा है…BJP महज एक बार 1993 में ही जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी. 1998 में BJP के हाथों से दिल्ली की सत्ता गई तो फिर वापस नहीं मिली. 15 साल तक साल तक कांग्रेस की शीला दीक्षित के सामने BJP खड़ी नहीं हो सकी और अब 6 सालों से केजरीवाल के आगे पस्त नजर आती है. ऐसे में सवाल उठता है कि, दिल्ली का दिल BJP क्यों नहीं जीत पाती है. और 2025 में क्या सियासी ग्रहण को दूर कर पाएगी
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
पिछले 27 वर्षों से दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी अपने अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में रैली से करेगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री दिल्लीवासियों को कई कीमती तोहफे देंगे। माना जा रहा है कि ये घोषणाएं ही AAP की योजनाओं का मुकाबला कर पाएंगी।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) से पहले PM मोदी 45 हजार करोड़ रुपये के विकास की सौगात देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को रोहिणी के जापानी पार्क में रैली करेंगे और विकास से जुड़ी हुई 4500 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की सौगात देंगे. इसके बाद PM मोदी की दिल्ली में दूसरी रैली 5 जनवरी को पूर्वी दिल्ली के CBD ग्राउंड में होनी है. अगले 4 दिनों में 2 रैलियां करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में BJP के पक्ष में राजनीतिक माहौल बनाने की रणनीति अपनाई है। विधानसभा के लिए इसे चुनाव अभियान की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
Watch Live News, Breaking News, Latest News online News watch india, Delhi Election 2025
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों में AAP, BJP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला है। चुनाव एक महीने बाद होने की संभावना है। AAP पिछले दो चुनावों में जीत हासिल कर चुकी है, जबकि BJP अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश में है। 2015 और 2020 में आप से हारने के बाद कांग्रेस दिल्ली की राजनीति में खुद को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रही है। चुनाव प्रचार के दौरान तीनों पार्टियां कड़ी मेहनत कर रही हैं और कम अंतर से जीत वाली सीटों पर खास ध्यान दे रही हैं। तो अब देखना होगी कि, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कौन करेगा जीत हासिल ?
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV