Delhi News: मौत, मातम, सियासत…शर्म करो दिल्ली!
Delhi News: तीन छात्रों की मौत, मौतम, सियासत…सब कुछ हो रहा है। लेकिन मजाल हो कि दिल्ली की सरकार को जरा भी शर्म आई हो…छात्रों के परिवार वालों की आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं…लेकिन सियासतदान अपनी अपनी सियासी रोटियां सेंकने में लगे हुए हैं….जो ये बताता है कि दिल्ली का सिस्टम मर चुका है।
दिल्ली हादसे में कार्रवाई की फाइल तो खुल गई… लेकिन एक्शन के नाम पर सिवाये लीपापोती के कुछ नहीं हो रहा है। ओल्ड राजेंद्र नगर में तीन छात्रों की मौत के असल गुनहगारों पर कार्रवाई पर अब भी सवाल जस के तस हैं। बेसमेंट में पानी घुसने से मासूमों की मौत ने राजधानी को शर्मसार किया है। यानि कुल मिलाकर इस पूरे मामले में जिस सिस्टम को जांच और कार्रवाई का सामना करना था। वो सिस्टम सिर्फ और सिर्फ दिखावे की कार्रवाई कर रही है। हर बार की तरह हादसा हो जाने इस बार भी एक्शन का रिएक्शन देखने को मिल रहा है… जिस लाइब्रेरी में छात्र अपने भविष्य का सपना बुन रहे थे वही लाइब्रेरी उनकी कब्रगाह बनी गई… मामले में आक्रोश बढ़ा तो मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। प्रशासन ने एक्शन लेते हुए जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया। साथ ही सहायक इंजीनियर को भी सस्पेंड कर कार्रवाई की खाना पूर्ती कर दी गई। इतने पर भी जब बात बनती नहीं दिखी तो सड़क से गुजर रही कार को जब्त कर मालिक पर केस दर्ज कर दिया। सालों से गैरकानून तरीके से बेसमेंट्स में चल रही कोचिंग सेंटर्स को सील भी किय गया.. और बुल्डोजर एक्शन का भी दिखावा हुआ…
लेकिन असल गुनहगार कौन हैं और उन पर कब तक और क्या कार्रवाई होगी इसका सीधा और सच्चा जवाब किसी के पास नहीं है। हादसे के बाद दिल्ली सरकार और एमसीडी दोनों हरकत में आई। जांच और एक्शन की खानापूर्ती शुरू हो गई… दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये… तो एमसीडी मेयर शैली ओबोरॉय़ ने एमसीटी कमिश्नर से रिपोर्ट तलब कर लिया। पहले कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी घुसा और तीन छात्रों की जान ले गया। अब इस मामले में जांच और रिपोर्ट की खानापूर्ति हो रही है और ये सारी बातें सरकार और पुलिस प्रशासन के पूरे तंत्र को शर्मिंदा होने से नहीं बचा सकते है। गुनहगारों को सजा भी शायद हो जाए लेकिन इन तीन मासूम छात्रों की मौत का जिम्मेदार कौन है।