Kailash Kher Birthday: जिनकी शानदार आवाज की दुनिया है दिवानी, जिनके गानों पर झूमती है दुनिया सारी, आज हम बात कैलाश खेर की कर रहें आज यानि 7 जुलाई को उनका जन्म दिन है। उत्तर प्रदेश के मेरण में पैदा हुए कैलाश खेर आज अपना 50 वां जन्मदिन मना रहे हैं। कैलाश खेर के पिता मेहर सिंह एक लोकगायक थे। ऐसे में बचपन से ही कैलाश को संगीत से प्यार था। करियर बनाने का सपना अपने साथ लेकर कैलाश खेर ने 14 वर्ष की आयु में ही अपना घर छोड़ दिया था। इस दौरान कैलाश को बहुत सारी दुविधाओं और संघर्षों से गुजरना पड़ा।
अपनी अवाज से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाने वाले कैलाश खेर को पद्मश्री परस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। लेकिन सिंगिंग की दुनिया में करियर बनाना इनके लिए आसान नहीं था। कैलाश खेर के पिता हैंडिक्राफ्ट की बिजनेस था, लेकिन उनको गायकी का शौक था। कैलाश ने अपने सपने और शौक को पूरा करने के लिए 14 वर्ष की आयु में परिवार को छोड़ दिया।
कैलाश ने खुद की जान लेने की कोशिश
कैलाश खेर को सिंगिंग कि दुनिया में सफलता ना मिली और उनका स्ट्रगल बढ़ता गया जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या करने की सोची, लेकिन उनकी किस्मत में तो दुनिया में नाम कमाना लिखा था। खुद के उलछनो से परेशान कैलाश खेर ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। उन्हें ऐसा करते देख एक अंजान आदमी भी उनके पीछे नदी में कूद पड़ा। उसने कैलास को डूबने से बचाया और पानी से बाहर निकाला,कैलास को ऐसा कदम उठाने पर उस आदमी ने जोरदार तमाचा लगाया।
इस हादसे के बाद कैलाश खेर ने इस हादसे के बाद पूरे एक दिन खुद को कमरे में बंद रखा।फिर बाहर निकले और गंगा आरती का हिस्सा बनना शुरु कर दिया। कैलाश खेर ऐसा ही ऋषिकेश के के अश्रमों में करते थे तब कैलाश मस्त आवाज में गाना गाते थे। जिसको सुनकर वहां मौजूद साधू संत झूमने पर मजबूर हो जाते थे।
एक दिन की बात है कैलाश खेर गाना गा रहे थे उनका गाना सुनकर एक महंत ने उन्हें अपने पास बुलाया और कहा कि तुम्हारी आवाज में जादू है, तुम इतने परेशान क्यों रहते हो। भोलेनाथ सब अच्छा करेंग। कैलाश को अपने गाने पर साधुओं को झूमता देखकर कॉन्फिडेंट आया और वही से उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया।मुंबई में जिन लोगों ने कैलाश खेर को उनकी आवाज के लिए दुतकारा था वही लोग कैलाश को फोन करके अपने साथ काम करने का ऑपर देने लगे।