Sliderट्रेंडिंगधर्म-कर्मन्यूज़बड़ी खबर

Kanwar Yatra 2024: देवकीनंदन ठाकुर ने कांवर यात्रा नेमप्लेट विवाद पर दिया बड़ा बयान

Devkinandan Thakur gave a big statement on the Kanwar Yatra nameplate controversy

Kanwar Yatra 2024: देश के कई हिस्सों में सावन के पहले दिन यानी 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के एक आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने होटल और ढाबा मालिकों को कांवड़ मार्ग पर नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश प्रशासन के इस फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि, सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है, इसलिए योगी सरकार का फैसला सही है।

‘कांवड़ लाना एक तपस्या है, यह कोई साधारण बात नहीं’

देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, ‘इस बार यूपी की योगी सरकार कांवड़ लाने वाले श्रद्धालुओं का खास ख्याल रख रही है। उन पर फूल बरसा रही है, साथ ही इस बात पर भी ध्यान दे रही है कि कौन नाम बदलकर उन्हें खाना परोस रहा है। कांवड़ लाना एक तपस्या है, यह कोई साधारण बात नहीं है। श्रद्धालु कई किलोमीटर तक नंगे पैर चलकर गंगाजल लाते हैं और भगवान शिव को चढ़ाते हैं। सनातन धर्म में शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है और अगर ऐसे में हमारे भगवान के नाम पर किसी समुदाय विशेष का व्यक्ति ढाबा चलाता है और खाना परोसता है तो यह गलत है।’

‘मुसलमानों को मक्का-मदीना में भी बहुत सावधान रहना पड़ता है’

देवकीनंदन ने कहा, ‘उनकी और हमारी खान-पान की आदतें अलग-अलग हैं। इसलिए यह बताना सही है कि ढाबा और होटल कौन चला रहा है। अगर हिंदू और मुसलमान भाई-भाई हैं, तो उन्हें उस रूट पर किसी खास समय पर ढाबा या होटल चलाने की क्या जरूरत है? अगर वे चला भी रहे हैं, तो उन्हें अपना नाम साफ-साफ लिखना चाहिए। मक्का-मदीना में भी मुस्लिम लोगों को बहुत सावधान रहना पड़ता है। जब मक्का जाते समय सावधानी बरती जा सकती है, तो कांवड़ के दौरान क्यों नहीं?’

ठाकुर ने श्रद्धालुओं से घर से प्रसाद लेकर जाने की अपील की

कथावाचक देवकीनंदन ने कहा, ‘इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों से मेरा अनुरोध है कि वे एक बार कई किलोमीटर पैदल चलकर कांवड़ लेकर आएं। इसके बाद आपको पता चलेगा कि कांवड़ लाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना होता है।’ देवकीनंदन ने कांवड़ियों से यात्रा के दौरान घर से प्रसाद लेकर जाने की भी अपील की है। उन्होंने कहा, ‘कांवड़ यात्रा के दौरान घर से ही प्रसाद लेकर आएं या फिर किसी सनातनी व्यक्ति के ढाबे और होटल पर ही खाना खाएं।’

Chanchal Gole

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button