Dhami-Gadkari meeting, New Delhi : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गडकरी को पुनः सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का दायित्व मिलने पर जनता की ओर से शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री गडकरी को अवगत कराया कि भारत सरकार ने 2016 में राज्य के छह मार्गों खैरना-रानीखेत, बुआखाल-देवप्रयाग, देवप्रयाग-गजा-खाड़ी, पाण्डुवाखाल-नागचुलाखाल-बैजरों, बिहारीगढ़-रोशनाबाद और लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-मोहन-रानीखेत को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में उच्चीकृत किए जाने की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है। उन्होंने इन मार्गों की अधिसूचना निर्गत करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से मोहकमपुर आर.ओ.बी. से अजबपुर आर.ओ.बी. तक (विधान सभा चौक से मोहकमपुर तक) के मार्ग को ऐलिवेटेड मार्ग के रूप में परिवर्तित करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की लागत 452 करोड़ रुपये आंकी गई है। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्तावित कार्य को वार्षिक योजना 2024-25 में शामिल करने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून शहर में वाहनों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 51.59 किमी लंबी देहरादून रिंग रोड का निर्माण प्रस्तावित है। वर्तमान में देहरादून रिंग रोड का कार्य एन.एच.ए.आई. द्वारा किया जा रहा है। आशारोडी से झाझरा तक 12 किमी लंबाई में 04-लेन का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि अवशेष कार्य के लिए संरेखण कर मार्ग की डी.पी.आर. गठन की कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से 1432 करोड़ रुपये की लागत से 17.88 किमी लंबे ऋषिकेश बाईपास सड़क निर्माण की स्वीकृति के साथ ही इसके शेष कार्य को मंजूरी देने का अनुरोध किया।
इन प्रस्तावों पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है। मुख्यमंत्री धामी ने गडकरी को मसूरी-देहरादून के बीच बढ़ते यातायात के दबाव की समस्या से अवगत कराते हुए अनुरोध किया कि 40 किमी लंबे देहरादून-मसूरी मार्ग की संयोजकता को भी स्वीकृति प्रदान की जाए। इस मार्ग के निर्माण से देहरादून और मसूरी में अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे और हिमाचल प्रदेश, पंजाब आदि से मसूरी जाने वाले यातायात को देहरादून शहर में प्रवेश किए बिना इस कनेक्टिविटी का उपयोग करने से शहर को भीड़भाड़ से मुक्त करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी के लिए प्रस्तावित कनेक्टिविटी एन.एच. 07 पर झाझरा गोल चक्कर से प्रारंभ होकर लाईब्रेरी चौक के पास मसूरी में समाप्त होगी। परियोजना की अनुमानित लागत 3425 करोड़ रुपये की डी.पी.आर. के गठन की कार्यवाही चल रही है। इस पर भी केंद्रीय मंत्री गडकरी द्वारा सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है।