Today Political News UP LokSabha election 2024: धनंजय सिंह ने जौनपुर में जन्मी अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी को चुनाव में जीत की शुभकामनाएं दीं और अपनी जीत की अटूट इच्छा जताई। इसके अलावा जब उनसे उनके प्रतिद्वंद्वी अभय सिंह के बारे में सवाल किया गया तो वह भड़क गये.
जौनपुर के बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) अब आजाद हैं। बुधवार की सुबह जेल से रिहा होते ही उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया। पत्नी श्रीकला रेड्डी को चुनाव की शुभकामनाएं देते हुए धनंजय ने जीत का पक्का इरादा जता दिया। इसके साथ ही उनसे जब अपने विरोधी कहे जाने वाले अभय सिंह (Abhay Singh) को लेकर सवाल हुआ तो वह भड़क गए।
पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) को हाईकोर्ट (highcourt) से बेल मिलने के बाद बरेली जेल से रिहा कर दिया गया। धनंजय ने रिहा होने के बाद भी अपनी पत्नी के समर्थन में चुनाव मैदान में आने का ऐलान कर दिया। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा – मेरी पत्नी बसपा से लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ है। जीत भी होगी।
धनंजय ने कहा, ‘मेरे ऊपर फर्जी मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। अब न्यायालय ने रिहाई का फैसला सुनाया है। मैं यहां से निकलते ही सीधा अपने क्षेत्र जौनपुर में जाऊंगा।’ बीते शनिवार को पूर्व सांसद को जौनपुर से बरेली जेल शिफ्ट किया गया था। उनकी सजा बरकरार है लेकिन जमानत मिल गई है। वह जेल से बाहर आएंगे लेकिन चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
अभय सिंह पर क्या बोले?
अपने विरोधी अभय सिंह (abhay singh) के बारे में सवाल पूछे जाने पर धनंजय ने थोड़ा नाराज होते हुए कहा कि आप लोग अपराधियों के बारे में बात मत करिए। बरेली जेल से निकलकर धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) अपने समर्थकों के काफिले के साथ जौनपुर के लिए रवाना हो गए। आज उनकी पत्नी श्रीकला का नामांकन है।
यह है पूरा मामला
धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) को अपहरण व रंगदारी के मामले में सात मार्च को सजा सुनाई गई थी। उस मामले में वादी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) समेत 2 के खिलाफ अपहरण व रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
पुलिस ने विवेचना करके तीन माह के अंदर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने दो अप्रैल 2022 को धनंजय व सहयोगी पर आरोप तय किया था। इसके बाद 130 तारीखों की सुनवाई के बाद पांच मार्च 2023 को धनंजय समेत दो को दोषी पाया गया। इसके बाद सात मार्च 2024 को सजा सुनाई गई।
27 अप्रैल को शासन के आदेश पर जौनपुर पुलिस ने धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट किया था। इस बीच उन्हें हाईकोर्ट (highcourt) से जमानत मिल गई। मंगलवार को जौनपुर जिला जेल के अधीक्षक sk पांडेय ने रिहाई का परवाना रेडियो मैसेंजर के जरिए बरेली सेंट्रल जेल को भेज दिया गया था। बुधवार सुबह ही धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) को जेल से रिहा कर दिया गया।