मेरठ। झूठी शान के कारण एक पिता ने अपनी 12 साल की बेटी को भोला की झाल में फेंक कर मार दिया। पिता दो दिन से बेटी के अपहरण हो जाने की बात प्रचार कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में मृतका के मां-बाप को हिरासत में ले लिया है।
केशव कुमार एसपी देहात मेरठ ने बताया कि मूलरूप से बागपत के सिंघावली निवासी बबलू पुत्र किशनपाल पत्नी रुबी, तीन बच्चों 14 साल का वंश, 11 साल की चंचल और पांच साल के आरव के साथ गंगानगर के मकान संख्या-जेजी-5 में रहता है। वो बजाज फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट के रूप में काम करता है। इससे पहले बस कंडक्टरी करता था और उससे पहले रिक्शा चलाता था। इसकी बेटी चंचल एक सितंबर की रात आठ बजे से गायब थी।
बबलू ने पुलिस को चंचल के अपहरण की बात करते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया था। बबलू ने पहले दिन से ही पुलिस को गुमराह करना शुरू कर दिया था। दो दिन से जब चंचल का पता नहीं चला और मौसी और अन्य रिश्तेदारी में तलाश असफल रहने के बाद पुलिस ने चंचल के पिता बबलू को पूछताछ के लिये बुलाया। बबलू पहले तो पुलिस को उलझाता रहा, लेकिन बाद में जब सख्ती की गई तो वो टूट गया।
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आरोपी पिता ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसकी बेटी किसी युवक से बात करती थी, इस कारण उसे भोला की झाल ले जाकर गंग नहर में फेंक दिया है। पुलिस ने देर रात तक भोला झाल पर चंचल को तलाश किया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें चंचल वापस लौटते हुए कहीं नहीं दिखी। एक जगह वह अपने पिता के साथ जाती हुई दिखाई दे रही है। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो बबलू ने बेटी की हत्या करना स्वीकार किया। बबलू ने बताया कि उसने एक सितंबर को ही भोला झाल के पास ले जाकर चंचल की हत्या कर दी थी।