Assembly Elections 2023 : आज चुनाव आयोग पांच राज्यों के चुनाव (Elections) की घोषणा करेगा। खबर के मुताबिक आज 12 बजे के बाद पांच राज्यों के चुनाव की घोषणा की जाएगी। आज की घोषणा के साथ ही अधिसूचना जारी हो जाएगी और फिर चुनाव (Elections) से जुड़े सभी कायदे कानून भी लागू हो जायेंगे। आज के बाद फिर सरकार और विपक्ष के लोग कोई बड़ी-बड़ी घोषणा नहीं कर पाएंगे। आचार संहिता भी लागू हो जाएगी।
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देश के पांच राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव (Elections) होने हैं। इसी की घोषणा आज होनी है। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें से तीन राज्य तो हिंदी पट्टी के हैं। जैसे राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़। एक राज्य दक्षिण के है, तेलंगाना और एक राज्य पूर्वोत्तर का हैं मिजोरम। हालांकि इन पांचों राज्यों में चुनाव की कहानी बहुत पहले से ही देखने को मिल रही है। बीजेपी के नेता समेत प्रधानमंत्री मोदी और उनके तमाम मंत्री भी इन राज्यों का दौरा करते रहे हैं इसके साथ ही कांग्रेस के साथ ही और भी विपक्षी दल इन राज्यों में अजंता के सामने अपनी बात कहते आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इन पांच राज्यों में मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही है। हिंदी पट्टी के तीनों राज्यों में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है जबकि तेलंगाना में केसीआर, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला देखा जा रहा है।
तेलंगाना में अभी केसीआर की पार्टी बीआरएस की सरकार है जबकि मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है और राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। राजस्थान में हर पांच साल में सरकारें बदलती रही है लेकिन इस बार क्या होगा इसे देखना बाकी है। बीजेपी की कोशिश किसी भी सूरत में राजस्थान की सत्ता पर लौटने की है जबकि कांग्रेस पूरी ताकत के साथ फिर से राजस्थान की सत्ता पर काबिज होने की तैयारी में है। उधर मध्यप्रदेश में पिछले चुनाव में ही कांग्रेस ने बीजेपी को झटका दिया था और सत्ता पर काबिज भी हो गई थी लेकिन 18 महीने के भीतर ही कमलनाथ की सरकार गिर गई। बीजेपी ने ऑपरेशन कमल चलाया और सिंधिया को पहले कांग्रेस से तोड़ा और फिर सिंधिया ने कांग्रेस के दो दर्जन से ज्यादा विधायकों को तोड़कर कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया।
मध्यप्रदेश में बीजेपी के सामने कांग्रेस बड़ी चुनौती पेश कर रही है। अब शिवराज का चेहरा वहाँ काम करता नहीं दिख रहा है। बार -बार प्रधानमंत्री मोदी वहां दौरा लगा रहे हैं लेकिन जनता के बदले मिजाज से बीजेपी की परेशानी बढ़ी हुई है। यही हाल छत्तीसगढ़ का भी है। वहीं भूपेश बघेल की सरकार के सामने बीजेपी की राजनीति कमजोर पड़ती दिख रही है।
बता दें कि मिजोरम में 40 सदस्यों वाली विधान सभा है जबकि मध्यप्रदेश में 230 विधान सभा की सीटें हैं। राजस्थान में 200 तो तेलंगाना 119 सीटें हैं। जानकारी के मुताबिक 15 नवंबर के बाद चुनाव होने की सम्भावना है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ छत्तीसगढ़ को छोड़कर चार राज्यों में एक चरण में ही चुनाव (Elections) कराये जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ चूंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र है इसलिए वहां दो चरणों में चुनाव की घोषणा की जा सकती है।