लखनऊ/ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एम. देवराज ने विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इसी क्रम में जहां नोएडा-ग्रेटर नोएड़ा में तैनात रहे विद्युत विभाग के एक अधिशासी अभियंता, एक उपखंड अधिकारी और एक अवर अभियंता को बर्खास्त कर दिया गया, जबकि एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों से लाखों रुपये की वसूली के आदेश से दिये गये है, इनके अलावा 23 कर्मचारियों का स्थानांतरण कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के जिन अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है, उनमें ग्रेटर नोएडा में तैनात रहे अधिशासी अभियंता प्रभात कुमार सिंह, उपखंड अधिकारी चन्द्रवीर और अवर अभियन्ता विशाल शर्मा शामिल हैं। इन पर आरोप है कि उन्होने पिछले वर्ष नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अस्थायी कनेक्शन देने में नियमों की अनदेखी करके भारी अनियमिता की और विभाग को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। इन अधिकारियों को बर्खास्त किये जाने के साथ ही लाखों रुपये की वसूली के आदेश दिये गये है, जिनमें बर्खास्त अधिशासी अभियंता प्रभात कुमार सिंह से 34 लाख 69 हजार रुपये, बर्खास्त उपखंड अधिकारी चन्द्रवीर से 27 लाख रुपये और बर्खास्त अवर अभियन्ता विशाल शर्मा से 23 लाख 17 हजार रुपये वसूल करने के आदेश दिये गये हैं।
इनके अलावा एसडीओ प्रेम शंकर शर्मा से दो लाख रुपये, जेई महेश कुमार से 9 लाख, 76 हजार, किशोर राय और डालचंद प्रत्येक से 71 हजार,323 रुपये, सुभाष गौतम से 5 लाख, 27 हजार, अरविन्द से 31,454 रुपये, राजकुमार से 50,244 रुपये, नीरज गुप्ता से 1 लाख 14 हजार, सहायक लेखाकार अनिल राणा से 2 लाख 95 हजार की वसूली करने के आदेश दिये गये है। इतने बड़े पैमाने पर विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होने से दूसरे भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को हड़कंप मचा हुआ है।