असम में बाढ़ से हालात गंभीर, 12 जिलों के पांच लाख लोग प्रभावित
Assam Flood Situation: असम में लगातार वर्षा की वजह से सूबे के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। बाढ़ के चलते 12 जिलों के पांच लाख लोग बुरी तरह से प्रभावित हो गए हैं। पिछले तीन दिनों से बाढ़ से हालत और भी गंभीर होती जा रही है। खबर के मुताबिक पांच लाख लोग बाढ़ के चपेट में हैं। सबके घरों में पानी घुस गया है। करीब 15 हजार लोगों को घर से बाहर निकाला गया है और उन्हें सुरक्षित जगह पर रखा गया है। बाढ़ से अभी तक एक व्यक्ति की मौत की खबर भी आ रही है। बड़ी संख्या में जानवरों को भी छाती पहुंची है। खबर के मुताबिक बड़ी संख्या मवेशी बाढ़ में बह गए हैं।
बाढ़ प्रभवित जिलों की संख्या अब लगातार बढ़ती जा रही है। जिन इलाकों में कल तक पानी पानी पहुंचा था आज वहाँ भी पानी पहुँच रहा है। चारो तरफ अफरातफरी का माहौल है। लोग घर से भागते देखे जा रहे हैं। हालांकि सरकार राहत के लिए सरकार ने सभी तरह की व्यवस्था होने की बात कर रही है लेकिन सच यही है अभ तक केवल एक राहत शिविर तैयार है। इस शिविर में बड़ी संख्या में लोग आश्रय लिए हुए हैं। कहा जा रहा है कि जिस तेजी से बाढ़ का पानी कई इलाकों में घुसता जा रहा है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आज देर रात तक प्रभावित लोगों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है।
बाढ़ की भयावहता को देखते हुए राज्य सरकार कई जिलों में राहत शिविर तैयार कर रही है और लोगों को कोई बड़ा नुक्सान नहीं हो इसके लिए हर तरह की सुविधा मुहैया खड़ा कर रही है। खबर के मुताबिक सरकार नए 83 राहत शिविर तैयार कर रही है। वहां रहने और खाने के साथ ही स्वास्थ्य शिविर की भी व्यवस्था कर रही है।
कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में असम में और भी बारिश होने की सम्भावना है। रिपोर्ट के मुताबिक बक्सा ,बारपेटा ,नलबाड़ी ,चिरांग ,दरंग ,धुबरी ,डिब्रूगढ़ ,कामरूप ,कोकराझार ,लखीमपुर ,सोनितपुर ,उदालगिरी जिले बुरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। इन जिलों के घुसा हुआ है। कई लोग छतो पर रह रहे हैं बहुत से लोग घर छोड़कर बाहर कही जा चुके हैं। रिपोर्टके मुताबिक बारपेटा का पूरा इलाका बाढ़ में डूब गया है। इस जिले के करीब तीन लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस जिले की हालत और भी ख़राब हो सकती है। नलबाड़ी जिले में 77 हजार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जबकि लखीमपुर जिले के 25 लाख लोग तबाही झेल रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित असम में सेना की भी तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन दल भी तैनात है। आपातकालीन सेवाएं शुरू करने की बात की जा रही है। सभी गैर सरकारी संगठनों को अलर्ट कर दिया गया है। मकसद एक ही है कि बाढ़ में किसी की जान न जाए। जानवरों के लिए कई तरह की व्यवस्था की जा रही है लेकिन खबर यह भी है कई जिलों से जानवरों की बड़ी संख्या को भारी नुकसान पहुंचा है। ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशाँ से काफी ऊपर बाह रही है। चारो तरफ पानी ही पानी है। आने वाले दिनों में बाढ़ का पानी और बढ़ता है तो असम की हालत और भी गंभीर हो सकती है।