बिहार

Giriraj Singh Latest Statement On Population: अहंकार टूटा, नेताओं ने जनसंख्या पर फोड़ा ठीकरा!

Giriraj Singh Latest Statement On Population: यूपी में अब अगर बीजेपी का अहंकार टूटा है तो फिर गूंज पूरे हिंदुस्तान में सुनाई देगी। अयोध्या में करारी हार हुई है तो फिर DEBATE में प्रवक्ताओं की किरकिरी होना तय है। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ये पता लगने लगा है कि अगर हिंदुस्तान पर राज करना है तो फिर RSS को अपनी ओर करना ही पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर लेने के देने पड़ जाएंगे।

गिरिराज का बयान, मचा घमासान!
केंद्रीय मंत्री की कुर्सी पर बैठकर गिरिराज सिंह को आखिर ये कहने की जरूरत क्यों पड़ी कि जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनके वोटिंग अधिकार छीन लिये जाएं। इसकी वजह है RSS की पत्रिका ऑर्गनाइजर का वो आर्टिकल..जिसमें घटते हिंदू और बढ़ती मुस्लिम आबादी पर चिंता जताते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की गई है । संघ के लेख में खास तौर पर चार राज्य पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उत्तराखंड का जिक्र किया गया है और दावा किया गया है कि यहां मुस्लिम आबादी हिंदुओं के मुकाबले तेजी से बढ़ी है। इस तरह के आबादी असंतुलन को लेकर सतर्क होने की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संघ की बात को और आगे बढ़ाते हुए कह दिया कि देश के 147 जिले में सबसे ज्यादा आबादी बढ़ी है और इसकी बड़ी वजह मुस्लिम हैं । गिरिराज सिंह ने कहा कि आप देखेंगे कि 147 जिले जहां सबसे ज्यादा बच्चे पैदा ले रहे हैं । जनसंख्या का एवरेज, वहां आबादी मुस्लिमों की ज्यादा है । इससे साफ जाहिर है आबादी बड़ी तेजी से बढ़ रही है । और बढ़ती हुई आबादी देश के लिए चाहे हिंदू का हो या मुसलमान का हो, लेकिन इसपर कड़ा कानून लाने की जरूरत है।


भारत में साल 1991 तक 82 प्रतिशत हिंदू थे और 12 फीसदी मुसलमान..लेकिन 2011 की जनगणना में हिंदुओं की जनसंख्या 80 प्रतिशत से भी घट गई और मुस्लिम 2 फीसदी बढ़कर 14 फीसदी के पार पहुंच गए । साल 1991 तक बंगाल में हिंदू 74 प्रतिशत थे और मुस्लिम 23 फीसदी, साल 2011 में बंगाल में हिंदू 70 प्रतिशत रह गए और मुस्लिम 27 फीसदी यानी हिंदू 4 फीसदी कम हो गए और मुस्लिम 3 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए। इसी तरह बिहार में साल 1991 तक हिंदू 82 प्रतिशत और मुस्लिम आबादी करीब 15 फीसदी थी। साल 2011 में हिंदुओं की संख्या 82 प्रतिशत ही रही लेकिन मुस्लिम आबादी 2 फीसदी बढ़कर करीब 17 फीसदी हो गई।
असम में 1991 तक 67 प्रतिशत हिंदू थे और मुस्लिमों की आबादी 28 फीसदी थी…और 2011 आते-आते हिंदू करीब 6 प्रतिशत घटकर 61 प्रतिशत पर आ गए..और मुस्लिम करीब 6 फीसदी बढ़कर 34 फीसदी को पार कर गए। कांग्रेस के नेता और कई मौलाना..इन आंकड़ों को देश के लिए खतरा नहीं मानते..उन्हें खतरा आरएसएस के एजेंडे में दिखता है ।

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