Gold-Silver Rate: बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा के बाद इसकी कीमत में भारी गिरावट आई और सोना सस्ता होने के साथ ही इसकी बिक्री भी बढ़ गई। इसे लेकर अब क्रिसिल ने कहा है कि ज्वैलर्स के रेवेन्यू में भारी उछाल आ सकता है।
पिछले दो महीनों में सोने की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। मोदी 3.0 के पहले बजट में 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था, जिसके बाद सोना अचानक सस्ता हो गया और देश में सोने की बिक्री में भारी इजाफा हुआ। क्रिसिल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सोने की बिक्री से ज्वैलर्स की आय 22 से 25 फीसदी बढ़ सकती है।
कस्टम ड्यूटी में कटौती के कारण राजस्व में हुई इतनी बढ़ोतरी
क्रिसिल ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ज्वैलर्स के रेवेन्यू में 22-25% की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जबकि पहले अनुमान 17-19% था। इसका मतलब है कि सरकार के इसे कम करने के फैसले के बाद सोने के रेट में 500-600 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई है। यहां आपको बता दें कि यह उछाल केंद्रीय बजट (बजट 2024) में सोने और चांदी के सीमा शुल्क में लगभग 900 आधार अंकों की आयात शुल्क में कटौती के बाद आया है। गौरतलब है कि पहले सोने और चांदी पर 15% की सीमा शुल्क थी, जिसे घटाकर 6% कर दिया गया है।
बजट के बाद सोने की कीमतों में भारी गिरावट
बता दे कि, अचानक बजट के बाद सोने की कीमत में गिरावट आई है और बजट के दिन ही सोना 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया। इसके बाद कई दिनों तक सोने की कीमत में गिरावट जारी रही और यह 67,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गया। इससे पहले इसकी कीमत 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर बनी हुई थी। हालांकि, अगस्त के महीने में सोने की कीमत में फिर तेजी आई लेकिन यह अभी भी अपने ऑल टाइम हाई से सस्ता बिक रहा है।
कीमत में गिरावट के कारण बिक्री में उछाल
क्रिसिल की रिपोर्ट कहती है कि कस्टम ड्यूटी में यह भारी कटौती ज्वैलर्स इंडस्ट्री के लिए अच्छे समय पर की गई है, क्योंकि गोल्ड रिटेलर शादी और त्योहारी सीजन की तैयारियों में व्यस्त हैं। सोने की कीमत में कमी के चलते रिटेलर अपना स्टॉक 5 फीसदी तक बढ़ा सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि भले ही अभी सोना सस्ता मिल रहा है, लेकिन इसके दाम में बढ़ोतरी के संकेत हैं, जिसके चलते शादी और त्योहारी सीजन में ज्वैलर्स के मुनाफे में उछाल देखने को मिल सकता है।
यह रिपोर्ट 58 ज्वैलर्स के साथ किए गए विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है, जो इस संगठित क्षेत्र के राजस्व में एक तिहाई का योगदान करते हैं। इसमें कहा गया है कि सोने की कीमतों में अचानक गिरावट से मौजूदा स्टॉक में नुकसान हो सकता है, लेकिन भविष्य में बेहतर मांग से इन नुकसानों की भरपाई होने की उम्मीद है।
अभी सोने की कीमत क्या है?
पिछले कारोबारी दिन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव गिरकर 71,538 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया था। घरेलू बाजार में रेट्स की बात करें तो IBJA की वेबसाइट के मुताबिक, 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 71,380 रुपये, 22 कैरेट 69,660 रुपये प्रति 10 ग्राम, 20 कैरेट 63,530 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना 57,820 रुपये प्रति 10 ग्राम है।