Gonda Train Accident Update: गोंडा रेल हादसा, ट्रैक की मरम्मत से लेकर, घायलों की संख्या पर क्या है ताजा अपडेट
Gonda Train Accident Update:c सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल कर उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2.5-2.5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि साधारण रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की गई है।
रेलवे ट्रैक की बहाली का काम
GCB की मदद से ट्रैक से बोगियों को हटा दिया गया है ताकि मरम्मत का काम जल्दी हो सके। अपलिंक ट्रैक पर कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन डाउनलिंक पर मरम्मत का काम जारी है। टूटी पटरियों पर सीमेंटेड ट्रैक बिछाया जा चुका है और अब पटरी बिछाने का काम किया जा रहा है। खंभे लगाए जा रहे हैं और वायर को भी बहाल किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक तारों को जोड़ा जा रहा है। उम्मीद है कि दोपहर तक अपलिंक ट्रैक शुरू हो जाएगा, जबकि डाउनलिंक पर अधिक समय लग सकता है।
दुर्घटना स्थल पर रेस्टोरेशन का काम
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी दुर्घटना स्थल पर रेस्टोरेशन के काम में जुटे हैं। कोशिश है कि दोनों रेल ट्रैक को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। रेलवे ने कहा है कि लोकोपायलट (LOCO piolet) ने घटना से पहले धमाके जैसी आवाज सुनी थी, जिसका पता जांच में चलेगा। सभी सुरक्षित यात्रियों को विशेष ट्रेन से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी।
गांववालों की मदद
हादसे के बाद गांववालों ने तुरंत मदद की। उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और रात भर मौजूद रहे। ट्रेन के कुल 22 डिब्बों में से चार AC डिब्बे पलट गए थे। पटरियों के टेढ़े होने से डिब्बे ट्रैक से नीचे आ गए थे। एक डिब्बा 90 डिग्री पर और बाकी डिब्बे 45 डिग्री पर पलटे थे।
600 यात्रियों को विशेष ट्रेन से रवाना किया गया
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के बयान के अनुसार, “पटरी से उतरी चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 600 यात्रियों को लेकर विशेष ट्रेन रात 8:50 बजे मनकापुर से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुई। उन्हें बस से मनकापुर लाया गया और चाय, पानी दिया गया।”