Google Gemini: Google ने एक असफल प्रोडक्ट को कैसे बनाया सुपरहिट! अब आप इस्तेमाल के लिए देने होंगे पैसे
Now you will have to pay for use Google Gemini
Google Gemini: Google जेमिनी ऐप के लिए यूजर्स को अलग से पैसे देने पड़ सकते हैं। एंड्रॉयड AI Tool के साथ Google ने एंड्रॉइड बेस्ड स्मार्टफोन को फिलहाल के लिए मुफ्त रखा है, मगर भविष्य में पैसे पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से…
AI टूल चैट पीटी की एंट्री ने Google के लिए मुसीबत पैदा कर दी थी। ऐसे में Google ने एआई टूल चैटजीपी पेश किया था, लेकिन गूगल बार्ड लॉन्च के वक्त ही फेल हो गया था, लेकिन गूगल बार्ड का नाम बदलते ही गूगल की किस्मत खुल गई। दरअसल ने Google Bard का नाम बदलकर Gemini करने का ऐलान किया है। जैसा मालूम है कि आज के वक्त में AI की डिमांड काफी बढ़ गई है। ऐसे में Google Gemini सबसे पसंदीदा AI टूल बनकर उभरा है।
इस्तेमाल के लिए देने होंगे पैसे
Gemini को कैलिफोर्निया की कंपनी- माउंटेन व्यू ने विकसित किया है। जेमिनी को एंड्रॉयड और आईओएस डिवाइस के ऐप के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। अगर आप जेमिनी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो Gemini अल्ट्रा के लिए यूजर्स को 20 डॉलर यानी हर महीने तकरीबन 1661 रुपये देने होंगे।
एंड्रॉइड एआई टूल पर जोर
बता दें कि गूगल की ओर से एआई टूल विकसित करने पर काफी जोर दिया जा रहा है। हाल ही में सैमसंग गैलेक्सी S24 अल्ट्रा में एआई टूल का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि गूगल ने शुरूआती तौर पर इन एंड्रॉइड बेस्ड स्मार्टफोन को फ्री रखा है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में गूगल एंड्रॉइड एआई टूल के लिए पैसे चार्ज कर सकता है।
यह पैसे सब्सक्रिप्शन के तौर पर लागू किए जा सकते हैं। या फिर उन्हें स्मार्टफोन कंपनियों की ओर से फोन की कीमत में ऐड किया जा सकता है। वही ऐप बेस्ड गूगल जेमिनी का इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अलग से पैसे देने होंगे। एंड्रॉइड एआई टूल ने स्मार्टफोन बिक्री के नए दरवाजे खोल दिए हैं।