Identification of half-burnt body: हरिद्वार में गला घोंटकर हत्या के बाद अधजले शव की पहचान, पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी
Identification of half-burnt body: Identification of half-burnt body after strangulation in Haridwar, police started searching for the killers.
Identification of half-burnt body: हरिद्वार: थाना श्यामपुर क्षेत्र के कांगड़ी गांव में मिले एक अधजले शव की शिनाख्त हो चुकी है। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि मृतक की गला घोंटकर हत्या की गई और पहचान छुपाने के उद्देश्य से उसके शव को जलाने का प्रयास किया गया था। शव पूरी तरह नहीं जल पाने के कारण हत्या का यह प्रयास सफल नहीं हो सका, और पुलिस अब हत्या के आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
शव की पहचान और हत्याकांड की शुरुआत
श्यामपुर थानेदार नितेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक की पहचान गोपाल (33 वर्ष) के रूप में की गई है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खानसराय का निवासी था। गोपाल की पत्नी, अनीता, पिछले डेढ़ साल से हरिद्वार के कांगड़ी गांव में रहकर घरेलू नौकरानी का काम कर रही थी। गोपाल लंबे समय के बाद अपने परिवार से मिलने शनिवार को यहां आया था। स्थानीय लोगों और मृतक की पत्नी के अनुसार, वह अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के बाद कुछ समय के लिए शराब पीने निकला था।
शराब के ठेके पर आखिरी बार दिखा गोपाल
जांच में पता चला है कि गोपाल ने आखिरी बार कांगड़ी गांव के एक शराब के ठेके पर शराब खरीदी थी। सीसीटीवी कैमरे में गोपाल का चेहरा कैद हुआ है, जिससे उसकी गतिविधियों का कुछ सुराग मिला। पुलिस को शक है कि शराब पीने के बाद गोपाल पर किसी ने हमला किया। प्रारंभिक जांच के मुताबिक, हत्या कहीं और की गई और फिर शव को पहचान छुपाने के इरादे से कांगड़ी गांव में लाकर जलाने की कोशिश की गई।
हत्या के पीछे की संभावित वजह और पुलिस का संदेह
पुलिस को गोपाल की हत्या के पीछे किसी जान-पहचान वाले का हाथ होने का संदेह है। अधिकारियों का मानना है कि इस घटना में गोपाल के कुछ करीबी ही शामिल हो सकते हैं, क्योंकि परिवार के पास इतने लंबे समय बाद उसके आने की खबर थी। इस आधार पर पुलिस परिचितों पर विशेष नजर बनाए हुए है और उनसे पूछताछ कर रही है।
थानेदार नितेश शर्मा ने कहा कि, “हमारा अनुमान है कि हत्यारों ने गोपाल की हत्या गला घोंटकर की और फिर शव को जलाने का प्रयास किया। इस कोशिश के पीछे उनकी पहचान छुपाने की मंशा थी। हालांकि, शव पूरी तरह से नहीं जल सका, जिससे पुलिस को सुराग मिले।”
हत्या की जांच और आरोपियों की तलाश
पुलिस ने घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं और सभी संभावित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ठेके पर लगी सीसीटीवी फुटेज से यह साबित हो गया है कि गोपाल आखिरी बार शराब खरीदते हुए वहां देखा गया था। इसके अलावा, पुलिस ने उन लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है, जो गोपाल से मिलने या उसके साथ समय बिताने की संभावना रखते हैं।
हत्या के इस जघन्य मामले ने स्थानीय निवासियों को भी झकझोर दिया है। आसपास के लोगों में घटना के बाद से डर और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। गोपाल के परिवार को न्याय दिलाने और अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई टीमें गठित कर दी हैं। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस जल्द ही संदिग्धों से गहन पूछताछ कर इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है।
सुरक्षा की मांग
इस हत्याकांड के बाद स्थानीय नागरिकों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। कई लोग अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि क्षेत्र में सुरक्षा को और सख्त किया जाए। स्थानीय पंचायत ने भी पुलिस से आग्रह किया है कि हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़कर कानून के कठघरे में लाया जाए।
हरिद्वार में हुए इस हत्या के मामले की जांच पुलिस गंभीरता से कर रही है और सभी सबूतों को ध्यान में रखकर अपराधियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।