महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन की बैठक ,कांग्रेस -शिवसेना को मिल सकती है बराबर सीट!
Maharashtra India Alliance News! महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन को कैसे चुनाव लड़ना है और किस तरह से बीजेपी को घेरना है इसको लेकर बैठक चल रही है। इस बैठक में सीट शेयरिंग पर भी चर्चा होनी है और जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक अभी तक रणनीति पर चर्चा हो रही है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सीटों को लेकर आपसी सहमति बन गई है ,सिर्फ ऐलान होना है लेकिन कौन सी सीट किसे मिले और फिर वहां कौन से उम्मियद्वार खड़े किये जाए इस पर बहस जारी है। एक खबर यह भी आ रही है कि उद्धव शिवसेना और कांग्रेस के बीच बराबर सीटों का बंटवारा हो सकता है।
महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा की सीटें है। पहले यह कहा जा रहा था कि शिवसेना सबसे ज्यादा सीटों पर मैदान में उतर सकती है। कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि शिवसेना 19 से 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जबकि कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि शिवसेना 23 सीटें मांग रही है। लेकिन अभी जो जानकारी मिल रही है उसमे यह तय हुआ है कि शिवसेना और कांग्रेस बराबर सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। ये बराबर सीटें कितनी होगी इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिली है लेकिन कुछ जानकार यह कह रहे हैं कि 20 -20 सीटों पर शिवसेना और कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है जबकि 6 सीटें शरद पवार की एनसीपी को मिल सकती है और 2 सीटें अन्य दलों को दी जा सकती है।
हालांकि इस बात की सम्भावना भी है कि एनसीपी को एक या दो सीटें और भी दी जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस और शिवसेना कुछ सीटों को छोड़ सकती हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि चाहे जितनी सीटें जिस भी पार्टी को दी जाए ,चर्चा इस बात की हो रही है कि जितने वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाए ताकि महाराष्ट्र की अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल की जाए।
महाराष्ट्र में बीजेपी के खिलाफ इंडिया गठबंधन बड़ा प्लान तैयार कर रहा है। गठबंधन ने हिंदुत्व के अजेंडे की काट के लिए कांग्रेस को बराबर सीटें देने की योजना पर काम कर रही है।इंडिया गठबंधन की नजर दलित वोटों पर ज्यादा है ऐसे में दलितों को अपने साथ जोड़ने के लिए प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी के लिए दो सीटें भी रखी है। यह बात और है कि प्रकाश आंबेडकर अभीतक इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।
चुकी शरद पवार की पार्टी एनसीपी दो गुटों में बाँट गई है इसलिए शरद पवार को इस बार 6 सीटें देने की बात ही की जा रही है। कहा जा रहा है कि शरद पवार को एक या दो सीटों का लाभ और भी दिया जा सकता है। लेकिन कुल मिलकर इंडिया गठबंधन के भीतर सीटों का पेंच नहीं फंसा है। जानकार भी कह रहे हैं कि सीटों का कोई भी पेंच किसी भी राज्य में नहीं फंस सकता है क्योंकि अगर नियत साफ़ है तो को भी अड़चन नहीं आएगी।