बुलंदशहर/मेरठ: बुलंदशहर में चोरी की बरामद हुई लाल रंग की बुलेट को जीडी में दाखिल न कर अपने निजी कार्यो में इस्तेमाल कर रहे इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया। इस मामले के प्रकाश में आने पर चोरी की उस बुलेट मोटरसाइकिल को आरोपी इंसपेक्टर कोतवाली खुर्जा में खड़ा कर गया है, लेकिन अब उसे अपने ऊपर कार्रवाई होने का डर सता रहा है।
बता दें कि क़रीब डेढ़ साल पहले कोतवाली देहात पुलिस ने चोरी की 29 बाइकें पकड़ी थी, लेकिन जीडी में कुल 26 बाइकें ही दर्ज कीं। बरामद बाइक्स में बची तीन मोटरसाइकिलें तीन में से एक बुलेट मोटरसाइकिल को एक इंस्पेक्टर ने अपने लिए रख ली, जबकि दो थाने में और पुलिसकर्मी इस्तेमाल करते रहे। यह इंसपेक्टर यहां तैनाती के दौरान धड़ल्ले से चोरी का इस्तेमाल करता रहा, लेकिन बाद में जब उसका तबादला मेरठ हुआ तो वह उस चोरी की मोटरसाइकिल को भी अपने साथ मेरठ ले गया। इसके बाद किसी ने गोपनीय रूप से इंस्पेक्टर की सारी करतूत की शिकायत एसएसपी बुलंदशहर से कर दी।
ये भी पढ़ें- परतापुर के ऑक ट्री होटल में डिजिटल कैसीनो चलता पकड़ा, दर्जन भर युवतियों सहित 41 युवक गिरफ्तार
इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी बुलंदशहर द्वारा मामले की जांच के लिए टीम गठित कर गयी है। जांच होने की भनक लगने पर आरोपी इंस्पेक्टर इस चोरी की उस लाल रंग की बुलेट को खुर्जा कोतवाली में खड़ा कर गया है, लेकिन जांच में अपनी गर्दन फंसते देख अपने खिलाफ होने वाली कार्रवाई के जर से उसकी रातों की नींद उड़ी हुई है।
अब इस इंस्पेक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन फिलहाल तीन बाइकों को जीडी में दर्ज न करने वाले अन्य पुलिस कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। बहराल मेरठ में तैनात इस इंस्पेक्टर के कारनामों की वज़ह से खाकी की अच्छी खासी किरकिरी हो रही है।