Political News South India: इस बात में कोई शक नहीं कि बीजेपी आज इस देश की सबसे बड़ी पार्टी है। वैसे बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भी कहलाती है। लेकिन इस बड़ी पार्टी का सच यही है कि इसकी जमीन भले ही उत्तर भारत में खूब फलती फूलती दिख रही है वही दक्षिण भारत में आज भी बीजेपी अपनी पैठ बनाने के लिए संघर्ष ही कर रही है। कह सकते हैं कि दक्षिण भारत से कोसों दूर है।
लेकिन अब दक्षिण भारत पर बीजेपी की निगाह है। वैसे निगाह तो काफी पहले से ही थी लेकिन दक्षिण में बीजेपी को तरजीह नहीं मिली। वहां की राजनीति उत्तर भारत से विलग है और फिर हिंदी की राजनीति करने वाली बीजेपी से दक्षिण के लोग मिल नहीं पाते। यह भी सच है कि बीजेपी ने दक्षिण भारत के कई राज्यों में अपने बड़े -बड़े नेताओं को उतारा भी लेकिन जनता बीजेपी के साथ नहीं आ पायी। दक्षिण की राजनीति में केवक कर्नाटक ही बीजेपी सरकार चलाती रही है लेकिन अबकी बार तो बीजेपी वहां से भी उखड चुकी है।
लेकिन दक्षिण अब बीजेपी के लिए काफी अहम् हो गया है। बीजेपी के भीतर भी इस बात को लेकर मंथन जारी है कि अगर समय रहते दक्षिण को नहीं साधा गया तो खेल उल्टा भी पड़ सकता है। खेल उल्टा न पड़े इसलिए प्रधानमंत्री मोदी लगातार दक्षिण का दौरा कर रहे हैं और और करोडो की सौगात दक्षिण के राज्यों को देते जा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इस बार दक्षिण से बीजेपी को कुछ लाभ होगा ?
तमिलनाडु से इस बार बीजेपी को काफी उम्मीद है। तमिलनाडु में बीजेपी के अध्यक्ष है उनक नाम है अन्नामलाई। पुलिस अधिकारी रह चुके हैं और जनता में उनकी काफी अपील भी है। वे भीड़ भी खूब जुटा रहे हैं और लोग उनसे जुड़ भी रहे हैं। लेकिन बीजेपी अभी भी इस हैसियत में नहीं पहुंची है कि वह अकेले वहां कोई बड़ा चमत्कार कर जाए। कम से कमिस चुनाव में नहीं ही। यह बात और है कि आने वाले सालों में बीजेपी तमिलनाडु में बहुत कुछ कर सकती है। जिस तरह दसे अन्नाद्रमुक की राजनीति कमजोर हो रही है उसमे बीजेपी की महत्ता बढ़ेगी इसकी सम्भावना भी बढ़ रही है।
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक ,द्रमुक और कांग्रेस के बीच राजनीति चलती रही है। एअक समय तो कांग्रेस का बड़ा जनाधार होता था लेकिन अभी कांग्रेस क्लमजोर तो है लेकिन उसकी पहुँच भी भी है। इसी में बीजेपी को भी अपनी जगह बनानी है और उम्मीद की राज रही है कि बीजेपी इस बार तमिलनाडु में कुछ बेहतर करे।
उधर केरल ,कर्नाटक और आंध्रा से लेकर तेलंगाना में बीजेपी पूरी ताकत के साथ मैदान में जुटे रहने की राजनीति कर रही है। तेलंगाना में विधान सभ चुनाव में बीजेपी को इस बार लाभ भी हुआ है लेकिन उसकी बड़ी चुनती आंध्रा में है। आंध्रा में जगन मोहन रेड्डी की सरकार है जो इस बार कांग्रेस के निशाने पर है। जगन रेड्डी की बहन शर्मीला कांग्रेस के साथ कड़ी है ऐसे में जगन को बड़ी चुनौती मिलेगी। इस चुनौती के ख्याल में एक तरफ बीजेपी और दूसरी तरफ टीडीपी की राजनीति भी है। बीजेपी जोर तो खूब लगा रही है लेकिन झंकार कह रहे हैं कि अभी भी दक्षिण भारत बीजेपी से दूर है और अभी उसे समय लगेगा।
बीजेपी को लग रहा है कि उत्तर भारत में वह अभी सबसे ज्यादा सीटें पानी वाली पार्टी है। अब इससे जयदा सीटें बढ़ भी नहीं सकती। ऐसे में दक्षिण भारत से उसे सपोर्ट नहीं मिलता है तो पार्टी अगले चुनाव में पिछड़ भी सकती है और यही वजह है कि पीएम मोदी लगातार दक्षिण के दौरे पर जा रहे हैं।