अयोध्या: इस्लाम को त्यागकर सनातन धर्म अपनाने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने आज रामनगरी अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होने पवित्र नदी सरयू का आचमन किया और सरयू में स्नान कर सदैव के लिए अपने आधुनिक वस्त्रों का त्याग कर भगवा वस्त्र धारण किये।
जितेंद्र नारायण त्यागी को हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास द्वारा भेंट किये गये भगवा वस्त्रों को पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सरयू के तट पर पूजा अर्चना कर भगवा वस्त्र धारण किए। सरयू में पूजा अर्चना के बाद जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने कहा कि मां सरयू में स्नान कर उन्होने अपने दुनियावी कपड़ों को त्याग दिया है। वे अपना बाकी का सारा जीवन धर्म-कर्म, हिंदुओं की रक्षा, हिंदुओं की संस्कृति की रक्षा के लिए समर्पित करेंगे।
जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने कहा कि पूरी दुनिया के जिहादी और आतंकी मुझे मारना चाहते हैं, उन्होंने मेरे सिर पर इनाम भी रखा है, लेकिन मेरी तरफ से उनको चुनौती हैं, वह मेरा सर काट लें, तो मैं देवी देवताओं के दरबार में अपना कटा हुआ सर लेकर भगवे वस्त्र में हाजिरी दूं, यह मेरी कामना है।
राजस्थान और महाराष्ट्र की घटनाओं पर बोलते हुए जितेन्द्र नारायण त्यागी ने कहा कि जो सीरिया में होता है, अगर वह हिंदुस्तान में देखने को मिले तो यह साफ तौर पर इंटरनेशनल साजिश ही है। काशी और मथुरा के मामले पर उन्होने कहा कि जितने भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं, मुसलमानों को वे सब हिंदू भाइयों को वापस कर दी जानी चाहिए। जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को भगवा धारण कराने के बाद महंत राजू दास ने सनातन धर्म में जितेंद्र नारायण का स्वागत है।