Loksabha Speaker Poll: लोकसभा स्पीकर के पद के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है।अब कुछ ऐसा होने जा रहा है जो देश के राजनीतिक इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया। विपक्ष और सत्ता पक्ष ने स्पीकर पद के लिए अपने-अपने अंतिम दावेदार चुन लिए हैं। ओम बिरला (Om Birla) और के सुरेश (K Suresh), दोनों ने ही अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं। कल यानि 26 जून को इसपर फैसला किया जाएगा। उससे पहले राहुल गांधी (rahul Gandhi) ने स्पीकर पद पर आम सहमति न होने पर pm modi पर हमला बोला। राहुल ने कहा कि मोदी के कथनी और करनी में फर्क है। मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge ) को राजनाथ सिंह ने कॉल बैक नही किया। आप हमारे नेता का अपमान कर रहे हैं , इसके बाद राजनाथ सिंह ने भी इसका जवाब दिया। उन्होंने दावा किया कि खड़गे साहब से मेरी तीन बार बातचीत हो चुकी है।
Rahul Gandhi ने साधा PM Modi पर निशाना
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा कि राजनाथ सिंह ने खड़गे जी को फोन किया था और कहा था कि आप हमारे स्पीकर को सपोर्ट कीजिए, सभी विपक्ष ने कहा था कि वो स्पीकर को सपोर्ट करेंगे, लेकिन डेप्युटी स्पीकर विपक्ष को मिलना चाहिए। खड़गे को राजनाथ सिंह का फोन नहीं आया है। मोदी जी ने रचनात्मक विपक्ष की बात करते हुए हमारे नेता का अपमान किया। भाजपा ने हमसे सहयोग समर्थन मांगा, राहुल ने आगे कहा कि मोदी जी की नीति है कि कुछ बोलो और कुछ करो पूरा देश जानता है कि पीएम के शब्दों का कोई मतलब नहीं है, सहयोग होने की बात करते हैं।
राजनाथ सिंह ने दिया राहुल गांधी के दावे का जवाब
राहुल गांधी ने दावे किया था कि राजनाथ ने फोन कॉल का जवाब नहीं दिया, इसके जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं मल्लिकार्जुन खड़गे का एक वरिष्ठ नेता के तौर पर सम्मान करता हूं।”कॉल बैक न करने के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरी कल से आज तक में खरगे जी से 3 बार फोन पर बात हो चुकी है।
गौरव गोगोई ने भी लगाए PM मोदी पर गंभीर आरोप
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Congress MP Gaurav Gogoi) ने अपने बयान में कहा पीएम मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं। कल उन्होंने सर्वसम्मति की बात कही और आज उपसभापति पद पर किसी को नियुक्त करने के लिए भी तैयार नहीं हैं। अगर यह अहंकार नहीं बदला तो हम लोकतंत्र और सदन की गरिमा को बचाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। हमने सुरेश को इसीलिए अपने साथ रखा है। इस संघर्ष का उद्देश्य देश को यह बताना है कि विपक्ष सतर्क और चौकन्ना है।
चिराग ने कहा यह निश्चित है कि जीत ओम बिरला की होगी
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के मुताबिक इस चुनाव में कोई पार्टी शामिल नहीं है। सदन के लिए अध्यक्ष का चुनाव होता है। चिराग पासवान ने आगे कहा मुझे याद नहीं है कि आजादी के बाद अध्यक्ष पद के लिए कोई चुनाव हुआ था या नहीं। जिस प्रकार से विपक्ष ने शर्तें रखी हैं कि वे उपाध्यक्ष का पद चाहते हैं, वह बिल्कुल गलत है। यदि चुनाव होते है तो ओम बिरला की जीत पक्की है।