Kalki Dham Foundation Stone Latest News: क्या है रहस्यमयी कल्कि धाम जिसका पीएम मोदी ने किया शिलान्यास? 2024 चुनाव पर कितना प्रभाव ?
What is the mysterious Kalki Dham whose foundation stone was laid by PM Modi?
Kalki Dham Foundation Stone Latest News: उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी गई। मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी। क्लकि धाम मंदिर की पुराणों में विशेष मान्यता है। इस मंदिर को कलयुग का सबसे खास मंदिर कहा जाता है। क्या है इस मंदिर की खासयित और कल्क् धाम मंदिर को लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति से जोड़ने का क्या समीकरण है आइये समझते हैं।
कल्कि मंदिर में भगवान विष्णु के 10वें अवतार की पूजा होगी। ऐसी मान्यता है कि जब कलयुग में पाप अपने चरम पर होगा उस वक्त पापियों का संघार करने के लिए भगवान विष्णु अपने कल्कि अवतार में प्रकट होंगे। यह कलयुग का अंत कहलाएगा। कल्कि मंदिर दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर होने वाला है, वो इसलिए क्योंकि कल्कि मंदिर में उन देवता की पूजा होगी जो अभी तक अवतरित भी नहीं हुए हैं।
मंदिर में क्या है खास?
मंदिर में 10 ग्रभगृह होंगे, इन दसों गर्भगृहों में अलग-अलग 10 अवतार स्थापित होंगे। इस मंदिर की सबसे खास बात ये है कि मंदिर का निर्माण उन्हीं गुलाबी पत्थरों से किया जा रहा है जिन पत्थरों से राम मंदिर और सोमनाथ मंदिर तैयार हुई। आपको बता दें कि इस मंदिर में स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं होगा। मंदिर की शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी और 11 फीट के ऊपर मंदिर का चबूतरा बनेगा। बता दें कि कल्कि धाम में कल्कि के नए विग्रह की स्थापना होगी, जबकी पुरानी कल्कि पीठ यथावत बनी रहेगी। मंदिर को 5 एकड़ ज़मीन में बनाया जा रहा है। मंदिर को बनने में लगभग 5 साल लगेंगे।
श्री कल्कि मंदिर को आगामी लोकसभा चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है, कहा जा रहा है कि BJP यूपी के उन सीटों पर चुनाव से पहले दाव खेल रही है जिनसे चुनाव की पूरी बाजी पलट सकती है। आइये इस समीकरण को भी समझते हैं।
कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव है। ऐसे में सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं। एकतरफ बीजेपी जहां 370 सीट जीतने के लिए कमर कस रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टी भी चुनाव जीतने के लिए दम लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश को एक अहम चुनावी राज्य माना जाता है। BJP इस लोकसभा चुनाव में उन सीटों पर अधिक ध्यान दे रही है जिन सीटों पर 2019 में BJP को हार का सामना करना पड़ा था। BJP चुनाव में यूपी की 6 सीटों पर भगवा लहराना चाहती है।
इन 6 सीटों में मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, संभल, बिजनौर और नगीना शामिल हैं। पीएम मोदी ने 15 सालों बाद संभल का दौरा किया है। इस लिहाज से कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभल सीट पर कल्कि मंदिर के शिलान्यास से निशाना साधना चाहते हैं। आपको बता दें कि संभल सीट पर अभी तक सपा का सबसे ज्यादा राज रहा है। यहां से 11 बार यादव उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। संभल सीट पर यादव उम्मीदवार का सबसे ज्यादा कब्जा रहा है। 2014 तक इस सीट पर 11 बार लोसकभा चुनाव हो चुके हैं।
ऐसे में कल्कि मंदिर के शिलान्याय से BJP संभल की जनता का ध्यान अपनी पार्टी की ओर खींचना चाहती है।
चलिए कल्कि मंदिर में वापस आते हैं और जानते हैं कि कल्कि अवतार के साथ देवदत्त नामक घोड़े की क्या कहानी है। कल्कि मंदिर को कलयुग का रहस्यमयी मंदिर कहा जाता है। धर्मग्रंथों में वर्णित है कि जब जब भगवन विष्णु के 10वें अवतार कल्कि का जन्म होगा तो भगवान शिव के द्वारा उन्हें देवदत्त नाम का सफेद घोड़ा भी साथ दिया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि भगवान परशुराम कल्कि अवतार को खड्ग देंगे और भगवान बृहस्पति उनको शिक्षा-दीक्षा प्रदान करेंगे। इन्हीं बातों का ध्यान में रखते हुए कल्कि स्वरूप में भगवान का विग्रह होगा।
आज भी कल्कि अवतार लोगों के लिए एक रहस्य है। मंदिर को लेकर लोगों की आस्था, उनका भाव चरम पर है। राजनीति जो भी हो,इसे साइड में रखदें तो कल्कि मंदिर निर्माण हिंदुओँ के नवउत्थान का प्रतीक होने वाला है।