Karnataka Chief Minister Siddaramaiah’s big statement: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बड़ा बयान: “आबकारी मामले में आरोप सिद्ध हुए तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बड़ा बयान: "आबकारी मामले में आरोप सिद्ध हुए तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा
Karnataka Chief Minister Siddaramaiah’s big statement: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री के आरोप सिद्ध होते हैं, तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे। यह बयान ऐसे समय आया है जब कर्नाटक की आबकारी नीति और उससे जुड़े भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बहस तेज़ हो गई है।
पीएम मोदी का आरोप: 700 करोड़ महाराष्ट्र चुनाव के लिए भेजे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के अकोला में एक चुनावी रैली के दौरान आरोप लगाया कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने शराब कारोबारियों से 700 करोड़ रुपए इकट्ठा कर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में खर्च के लिए भेजा है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य उनकी पार्टी और राज परिवार (गांधी परिवार) के लिए एक एटीएम के रूप में कार्य करते हैं। मोदी ने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्य भी कांग्रेस के एटीएम बन चुके हैं और इनकी मदद से पार्टी चुनावी खर्चे के लिए फंड इकट्ठा कर रही है।
सिद्धारमैया का पलटवार: “मोदी के लिए झूठ बोलना नई बात नहीं”
प्रधानमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मोदी के लिए झूठ बोलना नई बात नहीं है। उन्होंने पलटवार करते हुए पूछा कि आबकारी विभाग को इतनी बड़ी रकम कहां से मिलेगी?सिद्धारमैया ने आरोप को बेबुनियाद बताया और इस पर सबूत पेश करने की मांग की। उन्होंने साफ किया कि यदि इन आरोपों में सच्चाई पाई जाती है तो वे तुरंत राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
येदियुरप्पा का बयान: “पीएम ने सही कहा”
इस मुद्दे पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जो कहा है, वह पूरी तरह से सही है। येदियुरप्पा ने कांग्रेस सरकार पर राज्य को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को यह सोचकर हैरानी होती है कि कांग्रेस ने कर्नाटक के संसाधनों का किस हद तक दुरुपयोग किया है।
शराब कारोबारियों की शिकायत: “अवैध लाइसेंस और ट्रांसफर के लिए घूस ली जा रही है”
कर्नाटक शराब कारोबारियों के एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी भेजी है जिसमें आबकारी मंत्री आरबी थिम्मापुर और उनके कार्यालय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस चिट्ठी में कहा गया है कि आबकारी मंत्री वरिष्ठ अधिकारियों के ट्रांसफर के लिए घूस लेते हैं और शराब की दुकानों से भी घूस ली जा रही है।
मनी लॉन्ड्रिंग और चुनावी फंड इकट्ठा करने का आरोप
शराब कारोबारियों का आरोप है कि थिम्मापुर के दफ्तर में चुनावों के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसे इकट्ठा किए जा रहे हैं। चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों के ट्रांसफर के लिए 16 करोड़ रुपये की घूस ली गई है। इसके अलावा, शराब लाइसेंस के लिए भारी घूस वसूली की जा रही है, जिसमें एक लाइसेंस के लिए 30 से 70 लाख रुपये तक वसूले जाने का दावा किया गया है।
अवैध लाइसेंस जारी करने का दावा
शिकायत में पिछले एक साल में 1,000 अवैध शराब लाइसेंस जारी करने का भी आरोप लगाया गया है। इन आरोपों के अनुसार, इन अवैध लाइसेंसों से घूस के रूप में 300 से 700 करोड़ रुपये की रकम वसूली गई है, जो कर्नाटक सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जनता के बीच हलचल और आगे की राजनीति
इस मुद्दे पर कर्नाटक की जनता के बीच हलचल मची हुई है। सिद्धारमैया के बयान और भ्रष्टाचार के इन आरोपों के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या इन आरोपों पर कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं।