Today Terror attack news Jammu-kashmir: फिर दहशत में कश्मीर, 20 साल पहले पिता और अब बेटे को बनाया निशानाराजौरी जिले में एक मस्जिद से बाहर निकलते समय एक सरकारी कर्मचारी की बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकवादियों ने दो दशक पहले मोहम्मद रजाक के पिता की हत्या कर दी थी। सूचना मिलते ही सुरक्षाकर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकवादियों ने पीड़ितों पर नजदीक से गोलियां चलाईं।
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजोरी में सोमवार रात को आतंकी घटना की खबर मिली। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने एक व्यक्ति को गोली मार दी। मुठभेड़ के बाद आतंकी इलाके से भाग गए। पुलिस अधिकारी उस व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों की टीम मौके पर पहुंची और आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने मृतक को नजदीक से गोली मारी है। मृतक मोहम्मद रज्जाक की पहचान हो गई है। पुलिस के मुताबिक मृतक समाज कल्याण विभाग में जूनियर असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था और राजौरी में रहता था।
एक हफ्ते के अंदर दूसरा आतंकी हमला।
17 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने एक खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। जिसमें आतंकियों ने एक बिहारी युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। यह लक्षित हत्या लोकसभा चुनाव (loksabha election) के दौरान जबलीपोरा में हुई थी। राजू शाह एक युवक था जो अपने परिवार के साथ जबलीपोरा में किराए पर रहता था और पकौड़े का ठेला चलाता था।
जम्मू-कश्मीर में इस साल गैर-कश्मीरियों के खिलाफ यह तीसरा आतंकी हमला है।
कश्मीर (Kashmir) में आतंकी लगातार गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाकर उनकी हत्या कर रहे हैं। बिहार निवासी राजू की अनंतनाग में हत्या कर दी गई, जो इस साल गैर-कश्मीरियों पर तीसरा हमला है। पंजाब (Punjab) के अमृतसर (Amritsar) के रहने वाले अमृतपाल सिंह और रोहित माशी की 7 फरवरी को श्रीनगर में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हमले के दौरान रोहित गंभीर रूप से घायल हो गया और 8 फरवरी को उसकी मौत हो गई। लोकसभा चुनाव(loksabha election) के दौरान 8 अप्रैल को शोपियां जिले में आतंकियों ने गैर-कश्मीरी कैब ड्राइवर परमजीत सिंह को गोली मारकर घायल कर दिया। आतंकियों ने 17 अप्रैल को अपना तीसरा हमला किया।
बीस साल पहले मेरे पिता की हत्या कर दी गई थी।
रज़ाक को सोमवार शाम को गोली मार दी गई और उन्हें तुरंत अस्पताल (hospital ) ले जाया गया, जहाँ उनकी मौत हो गई। यह घटना शादरा शरीफ़ क्षेत्र में हुई। घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया और तुरंत पूरे इलाके की नाकाबंदी कर दी। रजाक का परिवार घाटी में दूसरी बार टारगेट किलिंग का शिकार हुआ है। आतंकवादियों ने 20 साल पहले उनके पिता मोहम्मद अकबर की हत्या कर दी थी।
परिजनों में शोक
मोहम्मद रजाक के घर में मातम पसरा हुआ है। रजाक समाज कल्याण विभाग में काम करते थे। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रजाक की हत्या के बाद मृतक परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा, “…दस दिन से भी कम समय में यह तीसरी हत्या है।” मृतक परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। वहीं, कांग्रेस ने घाटी में आतंकी घटनाओं से निपटने के केंद्र के तरीके पर निशाना साधा।