CM K. Chandrashekar Rao: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने महाराष्ट्र दौरे के दौरान पत्रकारों को साफ़ तौर पर बता दिया कि वे किसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीति में न वे एनडीए के साथ है और न ही इंडिया के साथ। वे अपने मित्रों के साथ हैं। उन्होंने इंडिया पर तंज भी किया। उन्होंने सवाल किया कि यह इंडिया क्या है ? इसने देश पर 50 साल तक राज किया और देश में कोई बदलाव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इतने सालों के राज में देश में बदलाव तो आने चाहिए। बता दें कि केसीआर का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब संसद में दिल्ली अध्यादेश को लेकर विधेयक पर चर्चा हो रही है। इस विधेयक का कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल विरोध कर रहा है। केसीआर के इस बयान के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं।
बता दें कि केसीआर (KCR) ने भी सदन में अपनी पार्टी बीआरएस (BRS) के लिए व्हिप जारी किया है और अपने सदस्यों को कहा है कि वे दिल्ली के विधेयक के खिलाफ मतदान करें। पार्टी ने अपने सभी सदस्यों को चार अगस्त तक संसद में उपस्थित रहने को कहा है। केसीआर के इस बयान के बाद अब बीआरएस के रुख पर सबकी नजर टिक गई है। अगर बीआरएस के सदस्य विपक्ष के साथ खड़ा होता है और विधेयक के खिलाफ मतदान करते है तो आप की ताकत बढ़ सकती है। हालांकि राज्य सभा में अभी भी बीजेपी और एनडीए की ताकत ज्यादा है और उम्मीद की जा रही है कि राज्य सभा में भी सरकार इस विधेयक को पास करा लेगी।
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तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने महाराष्ट्र दौरे के दौरान कहा है कि महाराष्ट्र में उनकी जमीन तैयार हो रही है। राज्य में करीब 14 लाख से ज्यादा अधिकारी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एक संपन्न राज्य है और इसके पास संसाधन भी काफी है। अगर सभी संसाधन का सही तरीके से उपयोग किया जाए तो इस राज्य का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। लेकिन आज भी औरंगाबाद जैसे जिले में पीने का पानी नहीं है। उन्होंने दलित समुदाय के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा भी उठाया और किसानों की हालत पर भी चर्चा की। केसीआर ने कहा कि महाराष्ट्र के किसान सबसे ज्यादा पैदावार उगाते हैं लेकिन उनकी हालत सबसे ख़राब है। बहुत से किसान कर्ज में डूबे हुए हैं और आत्महत्या कर लेते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।
बता दें कि इस बार तेलंगाना में केसीआर को कांग्रेस और बीजेपी से बड़ी चुनौती मिल रही है। इसलिए वे अपनी सियासी जमीन कई राज्यों में तलाश रहे हैं। महाराष्ट्र से उनको काफी उम्मीद है और जानकार कह रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव से लेकर विधान सभा चुनाव में केसीआर की पार्टी बीआरएस महाराष्ट्र में कुछ बेहतर काम कर सकती है।