अपने संबंधों को मज़बूत रखने के लिए ध्यान में रखें ये 5 बातें
नई दिल्ली: सभी सामाजिक रिश्तों का आधार आपसी विश्वास और सर्मपण है। शादीशुदा जोड़ों में परस्पर अच्छे रिश्ते बने रहें, इसके लिए जरूरी हैं कि वे एक दूसरे के प्रति समर्पित और निष्ठावान बने रहें। कई बार जो जोड़े हमें खुश लगते हैं, उनकी सच्चाई कुछ और होती है। समाज के सामने और वास्तविकता में उनका चरित्र अलग होता है। वे दिखावे के लिए एक छत के नीचे एक कमरे में साथ रहते हैं, जबकि उनके तन मन किसी और से मिले होते हैं।
अब पति-पत्नी और वो होना नई बात नहीं
भारतीय समाज में अब पति-पत्नी और वो होना नई बात नहीं रही। जब से बराबरी के हक़ के नाम पर महिलाओं को घरों से बाहर निकलने और कामकाज करने की छूट मिली है, तब से विवाहोत्तर संबंधों के मामले बढे हैं। शास्त्रों में कहा भी गया है, ‘त्रिया चरित्रम् पुरूषस्य भाग्यम्’ देवो न जानाति, यानी पुरूष का भाग्य और स्त्री का चरित्र कब बदल जाए, ये देवता भी नहीं जानते। इसलिए स्त्री पर संदेह कभी भी जन्म ले सकता है।
Relationship Tips: रिलेशनशिप में है तो अपनाएं ये अनोखी टिप्स, ना करें ये गलती
अनावश्यक शक़ करने से बचना चाहिए
यदि जीवन साथी के विश्वासघात करने शक़ पैदा हो जाए, तो रिश्तों में कड़वाहट आते देर नहीं लगती। पति-पत्नी के बीच भरोसा टूटने पर उनमें तलाक़ तक बात पहुंचने में देर नहीं लगती। शक से हमेशा स्थितियां बिगड़ती हैं, इसलिए अनावश्यक शक करने से बचना चाहिए। यदि आपको आपने जीवन साथी के व्यवहार में अप्रत्याशित बदलाव दिखायी दे, तो पहले उसका कारण जानने की कोशिश करें। एकदम से शक़ पैदा करके तनाव पैदा न होने दें।
व्यवहार में अचानक बदलाव धोखे की शुरूआत
यदि आपका जीवन साथी फोन आने पर आपसे दूर जाकर ही बात करे, अचानक अपनी सेहत और पोशाक पर ध्यान रखने लगे, आपको नज़र अंदाज करने लगे, तो हो सकता है कि वह किसी दूसरे के चक्कर में है। जीवन साथी घर से ज्यादा बाहर रहने लगे तो फिर नज़र रखनी जरूरी है। हालांकि यह आवश्यक नहीं कि उसके जीवन में आपके सिवा कोई दूसरा ही है, लेकिन व्यवहार में अचानक आया बदलाव खराब रिश्ते होने की शुरूआत हो सकती है। इसलिए समय रहते सजग रहें, भविष्य में पैदा होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है।