पहलवानों की लड़ाई अब लम्बी चल सकती है। यह लड़ाई कहाँ तक जाएगी यह कोई नहीं जानता। लेकिन इतना तय है कि इस लड़ाई का असर चुनावी राजनीति पर जरूर पड़ेगी। कहा जा रहा है कि समय रहते इस लड़ाई को ख़त्म नहीं किया गया तो बीजेपी को भारी नुकसान होगा। बीजेपी के लोग भी यह समझ रहे हैं लेकिन बीजेपी के नेता खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।
उधर आज खाप पंचायतों की बैठक शौरम गांव में हुई है। पांच राज्यों के खाप नेता तो इसमें शामिल हुए ही कई किसान नेता भी शामिल हुए। सबने इसे बेटी की इज्जत का मुद्दा बताया। अंत में राकेश टिकैत ने जो बयान दिया है उस पर गौर करने की जरूरत है। टिकैत ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करते हुए बच्चों को उठाया गया है। हम अभी फैसला सुरक्षित रखते हैं। लेकिन खाप प्रतिनिधि जल्द ही राष्ट्रपति से मिलेंगे। इसके बाद हम कुछ करेंगे।
गुस्से में भरे राकेश टिकैत ने कहा कि इन बच्चों पर आरोप लग रहे कि ये झूठ बोल रहे हैं। लेकिन इस बीजेपी की चाल को हम समझ रहे हैं। इससे बीजेपी को हानि हो होगी। बीजेपी क्या करती है हम सब जानते हैं। पहले इसने लालू परिवार को तोडा ,हरियाणा में चौटाला परिवार को तोडा ,गुजरात में यही सब किया ,यूपी में हिन्दू -मुस्लिम किया। पूरा देश इसको देख रहा है। पहलवान की कोई जाति नहीं है। इनकी जाति तिरंगा है। हम भी विदेश में अपनी पार्टी का नहीं देश का झंडा लहराते हैं। और अब अगर न्याय नहीं मिलेगा तो यह लड़ाई पुरे देश में होगी। हम लड़ेंगे।
उधर पहलवानो की इस लड़ाई को लेकर अब क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ,धोनी भी लोगों के निशाने पर आ गए हैं। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पर भी लोग सवाल करने लगे हैं। लोग अब यह कह रहे हैं कि सचिन तेंदुलकर और धोनी के साथ ही अमिताभ बच्चन को इस मसले पर कुछ नहीं बोलना बहुत कुछ बता रहा है। मुंबई में कांग्रेस ने कई पोस्टर लगाए हैं। सचिन तेंदुलकर के आवास के सामने भी युथ कांग्रेस ने पोस्टर चिपका दिए हैं। पोस्टर में पूछा गया है कि पहलवानो की लड़ाई में सचिन अभी तक चुप क्यों हैं ? पोस्टर में यह भी कहा गया है कि आपको लोग क्रिकेट जगत का भगवान्ये कहते हैं लेकिन जब कुछ महिला यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रही है तो और सरकार से लड़ रही है तो आपकी इंसानियत नजर नहीं आती। आपका चुप रहना शोभा नहीं देता। सवाल सोशल मीडिया पर भी ऐसे सवाल किये जा रहे हैं। कई लोग अमिताभ बच्चन से भी पूछ रहे हैं कि आप महिलाओं का खूब सम्मान करते हैं। लेकिन इस मामले में आपकी चुप्पी ठीक नहीं।
हालांकि अब कई नामी खिलाड़ी भी पहलवानो को लेकर बोलना शुरू किया है और पहलवानो का समर्थन भी किया है। अनिल कुंबले से लेकर फुटबॉल खिलाड़ी महताब हुसैन ने पहलवानों का समर्थन किया है। कुंबले महिलाओं के साथ जो भी हो रहा है उससे वे काफी निराश हैं। उन्होंने लिखा है कि हमारे जो पहलवानो के साथ जो हाथापाई हुई है उससे काफी निराश हूँ। हर चीज उचित बातचीत से सुलझाई जा सकती है। इस मुद्दे का हल जल्द निकलेगा यही उम्मीद करता हूँ।
उधर पहलवानो के समर्थन में ममता बनर्जी भी सड़कों पर उतर चुकी हैं। उनके साथ कई खिलाडी और मंत्री भी सड़कों पर चलते रहे। ममता ने कहा कि हम न्याय चाहते हैं। बुधवार को कोलकाता में हाजरा से रविंद्र सरोवर तक रैली निकली गई। ममता ने आगे कहा कि हमारे पहलवानो को पीटा गयाऔर प्रताड़ित भी किया गया। यह देश के लिए कलंक है। जिस खिलाडियों ने देश को मेडल दिलाने के लिए अपना सब कुछ झोक दिया उनके साथ ऐसा वर्ताव किया जा रहा है !उन्होंने पूछा की एक आदमी पर शारीरिक शोषण का आरोप है उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाता ?हम बहुत जल्द ही खिलाड़ियों से मिलेंगे।