Mahakumbh 2025: जानें बसंत पंचमी पर भीड़ को कैसे नियंत्रित करेगा महाकुंभ प्रशासन?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक आज यानी गुरुवार को महाकुंभ मेले में 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले अमृत स्नान की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने पहुंचेंगे।
Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अमृत स्नान के दौरान हुए दर्दनाक हादसे ने 30 लोगों की जान ले ली। इस हादसे ने कई परिवारों को जिंदगी भर का गम दे दिया। रात में भीड़ का दबाव ज्यादा होने और भगदड़ मचने से हालात बेकाबू हो गए। समय रहते हालात पर काबू पा लिया गया और किसी तरह काबू पाया जा सका। अब महाकुंभ में बसंत पंचमी पर होने वाला चौथा अमृत स्नान प्रशासन के लिए चुनौती भरा है, इसके लिए क्या तैयारियां की गई हैं? आइए 10 बिंदुओं में समझते हैं कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महाकुंभ प्रशासन ने क्या इंतजाम किए हैं।
भगदड़ के बाद महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज में विशेष अधिकारी बुलाए गए हैं। 2019 में आयोजित कुंभ मेले में सेवाएं दे चुके यूपीपीसीएल के चेयरमैन और प्रयागराज के मंडलायुक्त आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी भानु चंद गोस्वामी को व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए महाकुंभ भेजा गया है।
पढ़े : अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास विमान हादसा, 60 लोग थे सवार
बसंत पंचमी पर सभी अखाड़े स्नान करेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान को लेकर अधिकारियों को सुरक्षा और सुविधा से जुड़े हर बिंदु पर फोकस करने के आदेश दिए हैं। बसंत पंचमी पर महाकुंभ के चौथे अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। वहीं, सभी अखाड़े भी उसी दिन अमृत स्नान करेंगे। क्योंकि मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अखाड़ा परिषद ने स्नान रद्द कर दिया था। ऐसे में बसंत पंचमी को लेकर महाकुंभ मेला प्रशासन बड़ी तैयारी के साथ व्यवस्थाओं को संभालेगा।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
विशेषज्ञ अधिकारियों का विशेष कर्तव्य
प्रयागराज महाकुंभ में 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान के लिए वरिष्ठ अधिकारी मेला क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। विशेषज्ञ अधिकारियों की भी विशेष ड्यूटी लगाई गई है। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ पहुंचे थे, जिसके कारण दुखद हादसा हो गया। ऐसी भयावह स्थिति फिर से पैदा न हो, इसके लिए मेला प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से हर कदम सख्ती से उठा रहा है। प्रशासन की तैयारियों की 10 योजनाएं कुछ इस प्रकार हैं।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
1- विशेष अधिकारियों की तैनाती: महाकुंभ मेले की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 12 फरवरी तक विशेष अधिकारियों की तैनाती की गई है। इनमें कुंभ-2019 के दौरान प्रयागराज में मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी समेत 5 विशेष सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
2- सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा: गुरुवार यानी आज मुख्य सचिव और डीजीपी घटना की समीक्षा करेंगे और बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं की भी समीक्षा करेंगे।
3- नो-व्हीकल जोन घोषित: हादसे के बाद पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिसके चलते किसी भी तरह के वाहन को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
4- होल्डिंग एरिया: महाकुंभ मेला क्षेत्र में भीड़ के दबाव को रोकने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। ये सीमावर्ती क्षेत्रों में बनाए गए हैं।
5- बिजली, पानी और भोजन की सुविधा: जहां होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, वहां रोके जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी और बिजली की बेहतर व्यवस्था की गई है।
6- वीवीआईपी पास रद्द: मेला क्षेत्र में अब वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं। अब किसी भी वाहन को किसी विशेष पास के जरिए मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
7- सड़कें वन-वे की गईं: बसंत पंचमी को देखते हुए शहर में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर चार फरवरी तक रोक लगा दी गई है। साथ ही सड़कों को वन-वे कर दिया गया है। श्रद्धालु स्नान के लिए एक रास्ते से आएंगे और दूसरे रास्ते से लौटेंगे।
8- पड़ोसी राज्यों से मालवाहक वाहनों पर रोक: महाकुंभ में भारी भीड़ और यातायात को देखते हुए पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी से मालवाहक वाहनों को 31 जनवरी की सुबह तक यूपी के सीमावर्ती जिलों सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, गाजीपुर और बलिया में प्रवेश न करने का निर्देश दिया गया है।
9- यात्री वाहनों पर रोक: मौनी अमावस्या पर दुर्घटना को देखते हुए अब प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले यात्री वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।
10- डिजिटल खोया-पाया केंद्र: महाकुंभ मेले में 10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं, इन्हें और अधिक सुलभ बनाया गया है, जबकि शिकायत या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV