Bihar news: बिहार में एक बार फिर लालू के लाल भारी मुश्किलों में पड़ गए है। लैंड फॉर जॉब ( land for job) मामलें के तहत तेजस्वी यादव सीबीआई (CBI) के शिकंजे के बाद अब ईडी की जब्त में आ गए हैं।जिसके बाद से एक बार फिर पूरे बिहार की सियासत में सरगर्मी तेज हो गई है।
बता दें कि, बिहार में सियासी संकट गहराने लगे हैं बिहार में लालू सीबीआई की जांच के दायरे में तो थें ही लेकिन अब उन पर सीबीआई (CBI) की एफआईआर (FIR) के आधार पर मनी लॉंन्ड्रिंग (Money Laundering) के तहत अलग से एक औऱ मामला दर्ज किया गया है। इससे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप फिर ताजा हो गए है। जिसमें सीबीआई के बाद ईडी (ED) ने तेजस्वी को आरोपी ठहराया है। ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया और करीब 9 घंटे तक पूछताछ की जिसमें उनसे आमदनी औऱ परिवार की संपत्ति से जुडे सवाल पूछे गए। जिससे तेजस्वी घिरते हुए नर आ रहें हैं।
इससे पहले भी एक मामला प्राकश में आया था जब तेजस्वी पर लगे आरोपों के तहत कोर्ट में मामला दर्ज हुआ था। जिसके बचाव में जांच को प्रभावित करने के प्रयास के चलते सीबीआई ने इनकी जमानत अर्जी को खारिज़ करने की मांग की थी। बता दें कि, ये मामला तब गहराया जब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीबीआई पर सवाल खड़े कर दिये थे। उस दौरान उन्होंने अपने बयान में सीबीआई को सवालों घेरे में खड़ा किया था।जिसमें उन्होंने कहा था कि, क्या वों हमेशा सीबीआई ऑफिसर बनें रहेंगे ? क्या वे रिटायर नहीं होंगे? क्या सत्ता में हमेशा एक ही सरकार रहेगी इस बयानों से तेजस्वी फिर से सुर्खियों में आ गये थे।
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RCTC घोटाला 2004 में लालू के रेल मंत्री रहने के दौरान हुआ। दरअसल, रेलवे बोर्ड ने उस वक्त रेलवे की कैटरिंग और रेलवे होटलों की सेवा को पूरी तरह IRCTC को सौंप दिया था। इस दौरान रांची और पुरी के बीएनआर होटल के रखरखाव, संचालन और विकास को लेकर जारी टेंडर में अनियमिताएं किए जाने की बातें आई थीं। आरोप है कि होटल्स के मालिकों ने इसके बदले लालू यादव परिवार को पटना में तीन एकड़ जमीन दी, जो बेनामी संपत्ति थी। इस मामले में भी लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 11 लोग आरोपी हैं।