CM Mamata Banerjee News! मौजूदा राजनीति कई एंगिल पर नाचती नजर आ रही है। इस राजनीति में यह कह पाना मुश्किल है कि यहाँ कौन अपना है और कौन पराया। कौन साथ है तो कौन दूर। लेकिन एक बात साफ़ है कि तमाम विपक्षी दलों के रडार पर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी है। दूसरी तरफ कई घटनाये एक साथ घटती नजर आ रही है। संसद ठप है। बीजेपी राहुल से माफ़ी कर रही है। विपक्ष अडानी मसले की जांच जेपीसी से कराने की मांग कर रही है। उधर सुप्रीम कोर्ट बार -बार सरकार को कई तरह के सन्देश दे रहा है तो चुनाव आयोग कई पार्टियों को राष्ट्रीय पार्टी की सूची से अलग करने की नीति पर आगे बढ़ रही है। टीएमसी और एनसीपी जैसी पार्टी पर चुनाव आयोग की नजर है तो शरद पवार विपक्षी की बैठते करते फिर रहे हैं। फिर आगामी चुनाव को बैलेट पेपर से कराने की बात भी चल रही है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली समेत देश भर में मोदी हटाओ ,देश बचाओ का अभियान चला रहे हैं। कही ममता बनर्जी तीसरा मोर्चा की कहानी रचती नजर आ रही है तो सबसे बड़ी बात बीजेपी सरकार के प्रबल विरोधी के रूप में उभरे राहुल गाँधी को सूरत की एक अदालत ने दो साल की सजा सुनकर राजनीतिक तापमान को और भी गरमा दिया है। अब चर्चा इस बात की हो रही है कि कही राहुल की सांसदी न चली जाए। अगर ऐसा हुआ तो राहुल अगले 6 साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। सूरत की अदालत ने मोदी सरनेम वाले मामले में राहुल को सजा दी है। लेकिन अब इस खेल के बाद विपक्षी एकता की कहानी बढ़ती दिख रही है।
इस पूरी राजनीतिक कवायद में ममता की राजनीति बहुत कुछ कह रही है। विपक्षी एकता को लेकर जहां कांग्रेस अभी चुप है वही नीतीश कुमार से लेकर केसीआर मौन साढ़े हुए हैं वही ममता बनर्जी तेजी से आगे बढ़ती दिख रही है। पहले ममता के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव की बैठक हुई और गठबंधन की राजनीति तय हुई। तीसरा मोर्चा के गठन का ऐलान हुआ। कोलकता से अखिलेश यादव जब लखनऊ पहुंचे तो उन्होंने भी कह दिया कि यूपी में वे अकेले चुनाव लड़ेंगे। 50 सीटों पर जीत हाशिल करने का उनका लक्ष्य भी सामने आया। सपा के साथ रालोद का यूपी में गठबंधन है।
फिर ममता तीन दिन की यात्रा पर ओडिशा निकल गई। पहले पूरी में जगन्नाथ मंदिर का दर्शन किया और फिर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ मुलाकात की। हालांकि मुलाकात में क्या बात हुई इसका खुलासा नहीं हुआ लेकिन कहा जा रहा है कि नवीन पटनायक भी गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस के समर्थक हैं। ओडिशा में नवीन पहले मुख्य विपक्षी कांग्रेस से लड़ रहे थे अब वही लड़ाई बीजेपी सेलड़ रहे है। हालांकि माना जा रहा है कि नवीन पटनायक ममता के साथ जाने की तैयारी में हैं।
ममता की आज मुलाकात जेडीएस नेता एच डी कुमार स्वामी से कोलकता में होनी है। यह अहम् मुलाकात मानी जा रही है। कर्नाटक में महीने भर बाद ही विधान सभा चुनाव है और फिर लोकसभा चुनाव। कहा जा रहा है कि ममता और स्वामी की मुलाकात के बाद तीसरा मोर्चा और भी आगे बढ़ेगा। इसके बाद ममता तीन दिनों की यात्रा पर दिल्ली में इसी महीने के अंत में आ रही है।यहां उनका कार्यक्रम मोदी सरकार के खिलाफ धरना देने की है। खबर ये भी है कि ममता यहां केजरीवाल और केसीआर से मिलेगी। ये सारी मुलाकात के बाद तीसरे मोर्चे की घोषणा भी की जा सकती है।