अब बलाली गांव सुलग रहा है ,7 जून को सांगवान खाप की होगी महापंचायत!
Wrestlers Protest: दो दिनों से मीडिया में यह खबर चल रही है कि गृहमंत्री अमित शाह से पहलवानों ने मुलाक़ात कर अपने आंदोलन को समाप्त कर दिया है। क्या ऐसा सचमुच में हैं ? पहलवान चीख चीख कर बोल रहे हैं कि उनकी मुलाकात शनिवार को गृहमंत्री से देर रात में हुई है। हमारी मांग जस की तस है। हमने अपनी बात और मांग को गृहमंत्री के सामने रखा और यह साफ़ कर दिया कि बृजभूषण की गिरफ्तारी के कम हमे कुछ भी नहीं चाहिए। लेकिन पहलवानो के इस बयां के बाद भी देश की गोदी मीडिया जिस तरह से ख़बरों को गलत चलकर देश को बरमाने का काम किया है क्या इसकी सुनवाई कही हो सकती है ? सच तो यही है कि झूठ का प्रचार ही मौजूदा मीडिया का सच है। और बड़ा सवाल यही है कि कोई किसी के लिए झूठ क्यों बोलता है ? कही कोई बात तो होगी ?
अब आगे बढ़ते हैं। चलते हैं चरखी दादरी के बलाली गांव की तरफ। क्या आप इस गांव को जानते हैं ? गाजियाबाद और नॉएडा में रहने वाले लोगों को छोड़ भी दीजिये तो यह बलाली गांव पिछले कई सालों से चर्चित है। देश में ही विदेश में भी इस गांव की चर्चा खूब होती है। यही वह गांव है जहां से विनेश फोगट और संगीता फोगाट आती है और यही वह गांव हैं जहां से कई और अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी निकले हैं। यह गांव खिलाडियों का गांव कहलाता है और इस गांव पर आज देश को गर्व भी है। इस गांव से बजरंग पुनिया का भी रिश्ता है। बजरंग पुनिया महाबीर फोगट के दामाद है और महाबीर फोगट इसी गांव के हैं। बजरंग पुनिया अकसर अपने ससुराल जाते हैं और पूरा बलाली गांव उनके साथ झूमता रहता है।
अब आप कहेंगे कि अचानक बलाली गांव की बात क्यों हो रही है ? सच यही है कि बलाली गांव सुलग रहा है। पहलवानो के साथ जो कुछ भी पिछले दिनों में हुआ है उससे बलाली का बच्चा नाराज है और अपनी बहनो को न्याय दिलाने के लिए संकल्पित। सात जून यानी कल बुधवार को इस गांव में सांगवान खापों की बड़ी पंचायत यह हो रही है। कहा जा रहा है कि इस पंचायत में ाजारो लोग जुटेंगे और पहलवानो की समस्या पर बात करेंगे। गांव के लोग इस बात को लेकर खासे नाराज है कि कैसे मीडिया में इस बात की चर्चा की गई कि पहलवानो ने अपने आंदोलन को ख़त्म कर दिया। साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया केवल अपने रेल की नौकरी पर लौटे थे। इतनी सी बात को गोदी पत्रकारों ने सरकार के बहकावे पर झूठी खबर लोगों तक पहुंचा दी। बलाली गांव अब इसका बदला लेने को तैयार है।
सांगवान खाप के सचिव हैं नरसिंह डोहकी। इनकी अध्यक्षता में ही पंचायत होनी है। बलाली गांव इस पंचायत के लिए पूरी तरह से तैयार है। कहा जा रहा है कि पंचायत में रेसलरों के आंदोलन पर मंथन किया जाएगा। कई खाप चौधरियों को न्योता भेजा गया है ताकि पंचायत में आकर बेटियों को न्याय कैसे मिले इस पर आगे की रणनीति बन सके। पंचायत सफल हो इसके लिए सबको जिम्मेदारी भी सौपी गई है। गांव के युवा किसी भी सूरत में अपनी बहनों को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं।
इस पंचायत में विनेश और संगीता को भी आमंत्रित किया गया है। उनकी जुबानी पहले कहानी सुनी जाएगी और फिर आगे के आंदोलन को कैसे तेज किया इसपर रणनीति बनेगी। फोगट खाप के प्रधान बलवंत नम्बरदार ने पहलवानों के आंदोलन से पीछे हटने की ख़बरों को अफवाह बताया है और यह भी कहा है कि जिस तरह से सरकार के लोग झूठी ख़बरों को फैला रहे हैं उसे भी देश की जनता देख रही है। हम अभी चुप हैं लेकिन आगे बहुत कुछ होना बाकी है। उन्होंने कहा कि बलाली की पंचायत में 36 बिरादरी के लोग शामिल हो रहे हैं। इस पंचायत में स्कूल और कॉलेज के छात्र भी पहुंचेंगे। बड़ी संख्या में महिलाये भी आएँगी और फिर आगे क्या कुछ करना है उसे तय किया जाएगा।
कल की बैठक में क्या कुछ होगा कोई नहीं जानता। लेकिन बलाली गांव के लोग अगर कोई नया बखेड़ा खड़ा कर गए तो एक नई कहानी देखने को मिल जाएगी। चुनावी साल में बीजेपी की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। हालांकि ब्रिभुषण से पूछताछ की खबर सामने आ रही है लेकिन उस पूछताछ का परिणाम क्या होता है यह अभी तक दीखता नहीं। पहलवान आज भी अपनी मांग पर खड़े हैं और अब बलाली गांव का कुछ करता है इसे देखना जरुरी है।