Latest Political Update: देश के दो सीएम सत्ता में रहते हुए जेल चले गए। दोनों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। झारखंड के सीएम रहे हेमंत सोरेन जेल जाते समय पद से हट गए थे लेकिन केजरीवाल ने ऐसा नहीं किया। वे अभी भी सीएम पद पर बैठे हैं और जेल से ही सत्ता सरकार को हाँक रहे हैं। इन दोनों नेताओं की अगली कहानी क्या होगी यह देखने की बात होगी लेकिन सच यही है कि लोकतंत्र के इस खेल में जो होता दिख रहा है वह कभी नहीं देखा गया।
हम बात करते हैं हेमंत सोरेन की। हेमंत सोरेन कथित जमीन घोटाले में जेल गए हैं। उन पर ईडी की कार्रवाई चल रही है। अभी तक ईडी ने कोई चार्जशीट दाखिल नहीं किया है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आज या कल ईडी हेमंत के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर सकती है।
हेमंत पर रांची के बड़गांव प्रखंड के साढ़े आठ एकड़ जमीन के घोटाले का आरोप है। जानकारी के मुताबिक़ ईडी इस मामले में जांच पूरी कर ली है यही वजह है कि यदि अब चार्जशीट फ़ाइल करने को तैयार है। उधर हेमंत की तरफ से कहा जा रहा है कि उन्होंने कोई घोटालो नहीं किया है और घोटाला साबित हो गया तो वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे।
सच क्या है यह तो कोर्ट के निर्णय से ही पता चलेगा लेकिन बड़ी बात तो यही है कि लोकसभ चुनाव के इस समय में जिस तरह से घपले घोटाले की कहानी सामने आ रही है और उसमे गिरफ्तारी की जा रही है इसके पीछे भी राजनीति की बू ही आती है। कहने वाले भी कह रहे हैं कि यह सब राजनीति से प्रेरित खेल है और लोकतंत्र के नर्तन में यह सब होता रहेगा। अगर बीजेपी को चुनाव में इसका लाभ मिल गया तो बड़ी बात होगी और गार हेमंत के साथ जनता खड़ी हो गई तो बीजेपी की राजनीति को पलीता लग सकता है।
हेमंत को पिछले 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। आज उनकी न्यायिक हिरासत 60 दिन की पूरी हो गई है। कानून के मुताबिक किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करना होता है यही वजह है कि आज संभवतः ईडी चार्जशीट दाखिल भी कर दे। देखना होगा कि ईडी की चार्जशीट में क्या क्या आरोप लगते हैं और फिर इस केस का अंजाम क्या होता है।
हेमंत अभी चार अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। जब ईडी अपना चार्जशीट दाखिल करेगी तब उनपर मुकदमा चलेगा। कोर्ट आगे क्या कुछ करेगा इस पर सबकी निगाह टिकी है लेकिन हेमंत की नजर तो लोकसभा चुनाव पर है। हेमंत को लग रहा है कि अभी कुछ भी कहने से बेहतर कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा की जानी चाहिए। अगर वे दोषी होंगे तो खेल आगे तक चलेगा और और निर्दोष साबित हुए तो खेल एक अलग मकान पैट चल जाएगा।