Ganga Dussehra 2024 Patna: गंगा नदी में श्रद्धालुओं की नाव अचानक संतुलित होकर पलट गई। जिसमें गंगा स्नान करने जा रहे सवार एक ही परिवार के 17 लोग नदी में डूब गए।
बिहार की राजधानी पटना में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। गंगा नदी में अचानक नाव पलटने से नाव में सवार एक ही परिवार के 17 लोग नदी में डूब गए। फौरन स्थानीय तैराकों और नाविकों उन्हें बचाने की कोशिश करने लगे। 13 लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया। वहीं परिवार के 4 लोगों की तलाश जारी है। इधर, घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस ( Police) मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने SDRF team की मदद से गंगा नदी में सर्च ऑपरेशन (search operation) चला रही है। लापता लोगों की तलाश जारी है।
13 लोगों को बाहर निकाल लिया गया
इधर, घटना की पुष्टि करते हुए बाढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि उमानाथ घाट (Umanath Ghat) पर रविवार यानि 16 जून को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra 2024) के अवसर पर लोग गंगा स्नान करने आए थे। नाव पलटने से परिवार के 17 लोग नदी में डूबने लगे। इनमें से 13 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। वह फिलहाल ठीक है। इधर, एसडीआरएफ की टीम ने 4 लोगों को तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue operation) चला रही है। 4 लोगों की तलाश जारी है। इसमें एनएचएआई के एक रिटायर अधिकारी अवधेश प्रसाद भी लापता हैं। अवधेश प्रसाद एक माह पहले ही रिटायरमंट लिया हैं। जबकि उनकी पत्नी को बचा लिया गया है।
गंगा में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, लापता लोगों को खोज रही SDRF
नाव पलटने की खबर से घाट किनारे स्नान कर रहे श्रद्धालु भी सहम गए। प्रशासन को घटना की जानकारी मिलते ही टीम हरकत में आई। जुटाई गई जानकारी के अनुसार गंगा में अभी भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है। SDRF शुभम भी मौके पर पहुंच गए हैं। गंगा में तलाश की जा रही है और SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।
लापता लोगों के घर में मचा कोहराम
आपको बता दें कि गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के दिन सुबह से ही सभी गंगा घाटों पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। इसके लिए प्रशासन ने भी जिलों में खास इंतजाम किए हैं। घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए गहरे पानी में जाने पर प्रतिबंध है। लेकिन कई बार लापरवाही भी बरती गई। बाढ़ के दौरान आसपास के इलाकों से भी श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आए थे। नाव दुर्घटना के कारण कई घरों में कोहराम मच गया है।