Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर इस साल बन रहें कई शुभ संयोग, जानें राखी बांधने का सही समय
Many auspicious coincidences are happening this year on Rakshabandhan, know the right time to tie Rakhi
Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की खुशहाली की कामना करती हैं और उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक , 90 साल बाद रक्षाबंधन पर एक बेहद सौभाग्यशाली संयोग बनने जा रहा है।
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन भाई-बहन के बीच प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा करने का वचन मांगती हैं।
इस बार रक्षाबंधन कल यानी 19 अगस्त को मनाया जाएगा. साथ ही आपको बता दें 19 अगस्त को सावन पूर्णिमा तिथि सुबह 3:04 बजे से शुरू होकर रात 11:55 बजे समाप्त होगी। इस रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। ज्योतिषियों ने भद्रा के दौरान शुभ काम न करने की सलाह दी है, इसलिए इस समय राखी बांधना अच्छा नहीं माना जाता है।
भद्रा का साया
ज्योतिषियों के मुताबिक 19 अगस्त को 2:21 बजे भद्रा शुरू होगी। भद्रा की पूंछ की स्थिति का समय सुबह 9:51 से 10:53 बजे तक है। फिर, सुबह 10:53 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक भद्रा मुख मुद्रा में रहेगी। इसके बाद दोपहर 1:30 बजे भद्रा समाप्त हो जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्रा बहुत अशुभ समय होता है और इस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
राखी बांधने के ये रहेंगे मुहूर्त
रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने के लिए 2 शुभ समय होंगे। इनमें से किसी भी शुभ समय पर आप अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं। रक्षाबंधन पर राखी बांधने का पहला शुभ समय दोपहर 01:46 बजे से शाम 04:19 बजे तक है। यानि की आपके पास राखी बांधने के लिए सिर्फ 2 घंटे और 33 मिनट हैं।
इसके अलावा आप अपने भाई की कलाई पर प्रदोष काल में भी राखी बांध सकती हैं, जो कि शाम का समय होता है। इस दिन प्रदोष काल शाम 06:56 बजे से रात 09:07 बजे तक रहेगा।
रक्षाबंधन पर 4 शुभ संयोग
आपको बता दें इस साल रक्षाबंधन पर एक नहीं, बल्कि 4 शुभ योग एक साथ बनेंगे। दरअसल इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और श्रवण नक्षत्र तीनों का संयोग बन रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5:53 बजे से 8:10 बजे तक रहेगा। इसके अलावा शोभन योग 19 अगस्त को सुबह 04:28 बजे से शुरू होकर 20 अगस्त को 12:47 बजे समाप्त होगा। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि भद्रा के कारण इन शुभ योगों में राखी नहीं बांधी जा सकेगी।
रक्षाबंधन पूजा विधि
रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार है जो भाई-बहन के बीच प्यार को दर्शाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उसे अपनी रक्षा करने की कसम दिलाती हैं। भाई-बहन को सामने बैठने के लिए कहा जाता है और फिर रोली से उसका तिलक लगाया जाता है। उसके बाद उसके माथे पर चावल रखे जाते हैं। इसके बाद एक थाली में दीपक जलाकर भाई की आरती की जाती है। मिठाई खिलाने के बाद भगवान से उसके जीवन में सफलता और खुशहाली की प्रार्थना की जाती है। इसके बदले में भाई अपनी बहन को उपहार देता है।