Mission 2024 : BJP अपने 400 पार के आंकड़े को साकार करने के लिए अपने पुरे दमखम के साथ चुनावी मैदान मे उतर चुकी है। बीजेपी की दो लिस्ट जारी हो चुकी है। इन दो लिस्टों में कुल 267 उम्मीदवारों की घोषणा कि गई है लेकिन वरुण गाँधी, वीके सिंह और बृजभूषण शरण सिंह के नामों को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। कई तरह की बाते की जा रही है। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि वरुण गाँधी को टिकट नहीं दिया जाएगा। यही हाल बृजभूषण शरण सिंह का भी है। गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह की उम्र काफी हो गई है।
जहाँ तक यूपी की बात है वहां से बीजेपी ने अभी तक 50 उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। 6 सीटें सहयोगी दलों के खाते में जा चुकी है। अभी भी 24 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं हुई है। अब यह भी कहा जा रहा है कि जिन 24 नमो की घोषणा नहीं हुई उनमे से अधिकतर नामों को टिकट नहीं देने की बात की जा रही है।
अब खबर मिल रही है कि यूपी के बचे हुए नामो को लेकर 16 तारीख को दिल्ली में बड़ी बैठक होने जा रही है। इस बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी भाग लेंगे। इसके साथ ही कई और नेता इस बैठक में शामिल होंगे। खबर ये भी है इसी बैठक में कई उन नामो पर चर्चा होगी जिन नामो को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
16 मार्च को जो बैठक होनी है उसी में वरुण गाँधी, बृजभूषण सिंह और वीके सिंह के बारे में चर्चा होगी। यह भी खबर है कि जो बैठक होगी उसमे महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी के बाकी बचे उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है। सबसे ज्यादा संशय वरुण गाँधी और बृजभूषण सिंह को लेकर है। वरुण गाँधी के बारे में बीजेपी अभी कोई राय नहीं बना पायी है। बीजेपी की समझ है कि वरुण गाँधी पार्टी विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने खुलकर बार -बार बीजेपी के खिलाफ बयान दिया है। इसके साथ ही वरुण गाँधी के कई और जगह जाने की बात भी होती रही है। ऐसे में बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अभी कोई भी फैसला वरुण के बारे में नहीं कर रहा है।
उधर बृजभूषण सिंह को लेकर भी कई बाते कही जा रही है। वे कैसरगंज लोकसभा से चुने जाते हैं। लेकिन जिस तरह की महिला पहलवानो के मामले में उनकी शाख गिरी है उससे बीजेपी की परेशानी बढ़ गई है। यह बात और है कि बीजेपी इस लोकसभा चुनाव में भी बृजभूषण शरण सिंह को छोड़ना नहीं चाहती लेकिन उसकी मज़बूरी यह है कि टिकट मिल जाती है तो बीजेपी की जीत भी हार में बदल सकती है।
ऐसे में एक बात तो साफ़ है कि अगर बृजभूषण शरण सिंह को टिकट नहीं भी मिलता है तो बहुत संभव है कि वे किसी और पार्टी से चुनाव लड़ सकते है या फिर निर्दलीय भी मैदान में जा सकते हैं।