चित्रकूट: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां Bundelkhand Expressway का उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यूपी में पिछले छह साल में यशस्वी मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व प्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। प्रदेश में जहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदली है, वहीं एक्सप्रेस वे के निर्माणों से यातायात के कनेक्टिविटी में भारी सुधार आया है। उन्होने कहा कि ये मोदी-योगी हैं, सरकार बदलीं हैं, मिजाज बदला है। यूपी में नई सोच के साथ विकास कार्य जारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से कहा कि वे बुंदेलखंड क्षेत्र को किलों को पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में कार्य करें और जाड़ों के मौसम में युवाओं के लिए किलों पर चढने की प्रतियोगिता आयोजित करें, इससे यहां न केवल रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा होंगे, यहां के विकास कार्यों को देखकर बुंदेलखंड के प्रति लोगों की धारणा भी बदलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के किनारों पर कृषि आधारित उद्योग लगाने, भंडारण सुविधा होने, नई औद्योगिक इकाईयां स्थापित किये जाने से रोजगार के नये अवसर मिलेंगे और हर तरफ खुशहाली देखने को मिलेंगे।
ये भी पढ़ें- मोदी को बदनाम करने के लिए सोनिया गांधी ने अहमद पटेल को बनाया था मोहरा, राहुल को प्रमोट करने लिए रचा था षड़यंत्र
उन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास को बारे में कहा कि यहां सरयू परियोजना 40 साल तक लंबित रखी गयी और अन्य तमाम परियोजनों को वर्षो लटकाये रखा गया, उन सब पर अब जोरों पर कार्य कर किया जा रहा है। मोदी ने कहा कि योगी सरकार की विकास की तीब्र गति के कारण ही Bundelkhand Expressway का निर्माण लक्ष्य 36 माह होने के बावजूह मात्र 28 माह में ही पूरा कर लिया गया। निर्धारित समय से पहले एक्सप्रेस वे का निर्माण होने से इसकी लागत में 12.72 प्रतिशत की कमी आयी है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए जनता को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के दोनो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक के साथ-साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र सिंह, केन्द्रीय मंत्री भानु प्रसाद, सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उदघाटन किया है, उसकी फरवरी 2020 में उन्होने ही शिलान्यास किया था। करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत से 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड के जालौन, महोबा, बांदा, चित्रकूट, इटावा, औरेया और हमीरपुर जनपदों से होकर गुजरता है। इस पर 6 टोल प्लाजा, 18 पुल और 4 रेलवे पुल हैं। उत्तर प्रदेश में इस समय छह एक्सप्रेस वे हैं और सात का निर्माण कार्य जारी है। उत्तर प्रदेश 13 बुंदेलखंड एक्सप्रेस वाला देश में पहला राज्य है।