varun Gandhi News Update: पीलीभीत से टिकट कटने के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी सुर्खियों में बने हुए हैं। आज पीलीभीत से नामांकन पत्र दाखिल करने का आखिरी दिन है, इसलिए सभी की निगाहें उनके अगले कदम पर हैं। वहीं दूसरी ओर मेनका गांधी को लेकर भी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि वह अपने बेटे के प्यार में कोई बड़ा कदम भी उठा सकती हैं। इस पूरे मामले पर मेनका गांधी का बयान सामने आया है।
जब से बीजेपी ने वरुण गांधी का टिकट पीलीभीत से काटा है, तब से मेनका गांधी को लेकर कई सवाल उठ रहे थे कि क्या वह सुल्तानपुर से चुनाव लड़ेंगी या नहीं? जिस पर मेनका गांधी ने अपना पक्ष रखा है। एक हिंदी अखबार के मुताबिक मेनका गांधी ने कहा कि, वह सुल्तानपुर से चुनाव लड़ेंगी। बीजेपी ने सुल्तानपुर सीट से मेनका गांधी को टिकट दिया है, लेकिन पीलीभीत से वरुण का टिकट काट दिया है। जिसके बाद उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
सूत्रों ने यह भी कहा कि 44 वर्षीय भाजपा नेता ने हाल ही में अपने सहयोगी के माध्यम से नामांकन पत्रों के चार सेट खरीदे थे और उनके सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार के लिए पीलीभीत के हर गांव में दो वाहन और 10 मोटरसाइकिलें तैयार रखने के लिए कहा गया था। लेकिन जब से बीजेपी ने प्रसाद की उम्मीदवारी की घोषणा की है, तब से वरुण गांधी के खेमे से कोई बयान नहीं आया है।
मेनका के बयान से अटकलों पर विराम लग गया
मेनका गांधी ने चुनाव नहीं लड़ने की खबरों को अफवाह बताया और कहा कि ये सब अफवाह है। मैं अगले सोमवार यानी 1 अप्रैल को सुल्तानपुर जा रहा हूं, जिसके बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है। मेनका के रुख से साफ है कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं और बीजेपी के टिकट पर सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
जानकारों का कहना है कि, मेनका गांधी बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं और वह अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को मुखरता से उठाती रही हैं। इतना ही नहीं, सुल्तानपुर की जनता के बीच भी उनकी छवि अच्छी रही है। चाहे वह जनसमस्याओं से जुड़े मुद्दे हों या पार्टी के विभिन्न कार्यक्रम, एक सांसद के रूप में वह काफी सक्रिय रही हैं। यही वजह है कि पार्टी ने किसी नये चेहरे की बजाय फिर से उन पर भरोसा किया है।
नामांकन पत्रों के चार सेट खरीदे गये
वहीं, वरुण गांधी को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हो सकी है। पीलीभीत से लिस्ट आने से पहले ही चार सेट नामांकन पत्र खरीदने वाले वरुण गांधी क्या करेंगे? क्या वह इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे या फिर सपा और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं? उनके लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस दोनों तरफ से दरवाजे खुले हैं। लेकिन, वरुण ने अपना रुख साफ नहीं किया है।
इन सब बातों के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी का बयान भी सुर्खियों में है। वरुण गांधी पर चौधरी ने कहा है कि, वह बीजेपी के सिपाही हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे।