Mukhtar Ansari Crime: मुख्तार ने योगी आदित्यनाथ पर किया था जानलेवा हमला, बाबा ने खून के आंसू रूलाया!
Mukhtar Ansari Crime: माफिया मुख्तार अंसारी वो नाम है, जिसकी किसी जमाने में तूती बोला करती थी, जिसने योगी आदित्यनाथ को खुलेआम धमकी दी थी….जिसके लिए हत्या करना आम बात थी, जो खुलेआम जीप में घूमा करता था। कहा जाता है कि मुख्तार अंसारी अगर अपनी मूछों पर तांव देता तो अच्छे अच्छों की हालत ख़राब हो जाती।
बता दें कि मुख्तार अंसारी सियासी रसूख रखने वाला एक ऐसा डॉन जिसके नाम का डंका उत्तर प्रदेश में डेढ़ दशक तक बेखौफ बजता रहा। लेकिन फिर वक्त बदला और मुख्तार की उल्टी गिनती शुरू हो गई।मुख्तार का हृदय गति रुकने से कभी खौफ़ का पर्याय रहे मुख्तार का अंत हो गया।आज भले ही पूर्वांचल को मुख्तार से मुक्ति की बात की जा रही हो लेकिन एक ज़माने में मुख्तार जरायम की दुनिया का वो नाम था जो अपने सियासी रसूख के चलते देश के सबसे बड़े सूबे में सरकार गिराने और बनाने का दम रखता था।
पाँच बार के विधायक रहे मुख्तार को अपने विरोधियों को रास्ते से हटाने का सिर्फ एक ही ज़रिया मालूम था सरे आम विरोधियों को मौत के घाट उतार देना। कांग्रेस नेता अवधेश राय और बीजेपी विधायक कृष्णा नंद राय की हत्या इस दावे की तस्दीक भी करती है। हत्या, अपहरण, हत्या की कोशिश, गुंडा ऐक्ट, आर्म्स ऐक्ट सहित 61 अपराधिक मामले मुख्तार के माफिया बनने के खौफनाक सफ़र की चीख़ चीख़ कर गवाही दे रहे है। हालांकि मुख्तार भले ही मौत के आगोश में शांत हो गया हो लेकिन उसकी मौत की परिस्थिति पर जमकर सियासी शोर मचा हुआ है, हंगामा इस लिए भी क्योंकि परिवार ने मुख्तार को ज़हर देकर मारने के आरोप जो लगाए है।
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासी पारा हाई है। कोई माफिया की मौत पर जश्न मना रहा है तो कोई माफिया की मौत पर दुख जता रहा है। दुख जताने वाले वो लोग है, जो मुख्तार के समर्थन में रहा करते थे और खुशी जताने वाले वो लोग हैं….जो माफिया के आतंक से परेशान हुआ करते थे।
कहा जाता है कि माफिया मुख्तार अंसारी ने हर वो अपराध किया था….जिसकी सजा उम्रकैद होती है। लेकिन मुख्तार अंसारी पर सीधा मुख्यमंत्री का हाथ था….तभी वो बचा हुआ था। राजनीतिक जानकार कहते हैं कि मुख्तार अंसारी ने योगी आदित्यनाथ को भी ललकारा था…..जब योगी आदित्यनाथ ना विधायक हुआ करते थे और ना ही मंत्री….लेकिन मुख्तार के खिलाफ भी योगी आदित्यनाथ लगातार हुंकार भरा करते थे।
मुख्तार अंसारी ने तो योगी आदित्यनाथ पर जानलेवा हमला तक करा दिया था। लेकिन योगी आदित्यनाथ बच गए औऱ फिर यूपी में बाबा की सरकार बनती है।
2017 का ये वो साल था जब सूबे में सीएम योगी की सरकार बनती है…बस फिर क्या था, बाबा की सरकार में तभी से अपराधियों के खिलाफ एक्शन होने लगा। सीएम योगी ने खुलेआम ऐलान कर दिया था कि मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद का अंत किया जाएगा और हुआ भी कुछ ऐसा ही।रमजान का महीना है.. पहले अतीक अहमद और अब मुख्तार अंसारी का अंत ये बता रहा है कि यूपी में माफियाओं के खिलाफ एक्शन लगातार जारी रहेगा।