Live UpdateSliderचुनावट्रेंडिंगराजनीति

Loksabha Election 2024: ‘24’ को फतह करने के लिए ‘महामंथन’ जारी!

Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही  2024 के महाचुनाव की जंग शुरू हो गई है…बीजेपी खेमें से शीर्ष नेता जहां चुनावी प्रचार में जुटे है….खुद नरेद्र मोदी से लेकर अमित शाह..जेपी नडडा, राजनाथ सिंह.. नितिन गडकरी…राज्यों के मुख्यमंत्री से लेकर  तमाम दिग्गज चेहरे जोर शोर से 400 पार के नारे को बुलंद करने में जुट गए हैं..तो वहीं विपक्षी खेमें महारैली की तैयारी है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश कहते हैं कि पूरे देश से गठबंधन के नेता तानाशाही के खिलाफ रैली है। तो वहीं  गोपाल राय ने कहा रकि एक व्यक्ति रैली नहीं है। संविधान को बचाने के लिए रैली है।राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाएगा। महागठबंधन के घटक दलों का कहना है कि ये रैली लोकतंत्र में तानाशाही के खिलाफ है। हर दिन लोकतंत्र की हत्या हो रही है…जिस तरह से लगातार विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है..एक सीटिंग मुख्यमंत्री को महज आरोपों के आधार पर गिरफ्तार करना सरासर देश में लोकतत्र की हत्या का सबूत है।

दिल्ली की सत्ता पर काबिज AAP सरकार ईडी की जांच में उलझी है तो वहीं महागठबंधन इंडिया में लंबें समय तक शीट शेयरिंग को लेकर पेंच फसंता रहा… दिल्लीं के मुख्यबमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत मनीष सिसोदिया..सत्येंद्र जैन..संजय सिंह पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं..अब AAP नेता और दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री को कथित शराब घोटाले मामले में ईडी ने तलब किया है…तो वहीं Delhi Jal Board घोटाला मामले में चार्जशीट फाइल करके ईडी ने AAP सरकार की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है…चार्जशीट में अनिल अग्रवाल और जगदीश अरोड़ा को आरोपी बनाया गया है….ईडी का कहना है कि जल बोर्ड घोटाले का पैसा आम आदमी पार्टी के नेताओं को दिया गया.. जगदीश अरोड़ा ने ही रिश्वत का पैसा आगे आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों तक पहुंचाया…31 जनवरी को ईडी ने जगदीश अरोड़ा और अनिल अग्रवाल को गिरफ्तार किया था…AAP पर ईडी का शिकंजा..तो कांग्रेस को IT के नोटिस मिलने पर विपक्षी खेमा और बीजेपी आमने सामने आ गई हैं..

एक तरफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस बीजेपी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या और सत्ता के दुरूपयोग का इलजाम लगा रहीं है तो वहीं बीजेपी अरविंद केजरीवाल को नैतिकता का हवाला दे रही है…और इस्तीफे की मांग कर रही है।

बीजेपी जनता के बीच मोदी कार्यकाल के विकास का वहीखाता खोल रही तो वहीं विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी विपक्ष को उलझाने की कोशिश कर रही है ।विपक्ष और बीजेपी में जांच एंजेसियों को लेकर चल रही ये लड़ाई किस रूख करवट लेगी ये तो आने वाले चुनाव के नतीजे ही बताएंगें…19 अप्रैल को आम चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान होना है उससे पहले सत्ता रूढ पार्टी बीजेपी जहां विपक्ष के लिए हर रास्ता बंद कर रही है तो वहीं विपक्ष एकजुटता का हवाला देकर एक बार फिर लोकतंत्र को बचाने की आवाज बुलंद कर रहा है।बहरहाल, जीत के दावे हर किसी के हैं….देखना ये दिलतस्प होगा कि लोकसभा के रण में कौन विजयी बन पाता है।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button