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#RipTwitter: एलन मस्क को ट्विटर के कर्मचारियों ने दिया बड़ा झटका, सामूहिक रूप इस्तीफे देने का लिया निर्णय, आखिर अब क्या करेंगे मस्क?

आजकल ट्विटर पर हर रोज नई-नई विवाद छिड़ी हुई है. जहां एक तरफ एलन मस्क कर्मचारियों की छंटनी करने का निर्णय (#RipTwitter) ले रहे थे, वहीं उन पर ही कर्मचारियों ने पलटवार कर दिया है. सैकड़ों कर्मचारियों ने एलन मस्क के अल्टीमेटम के बाद कंपनी को छोड़ने का रास्ता चुन लिया है.

नई दिल्ली: आजकल ट्विटर पर हर रोज नई-नई विवाद छिड़ी हुई है. जहां एक तरफ एलन मस्क कर्मचारियों की छंटनी करने का निर्णय (#RipTwitter) ले रहे थे, वहीं उन पर ही कर्मचारियों ने पलटवार कर दिया है. सैकड़ों कर्मचारियों ने एलन मस्क के अल्टीमेटम के बाद कंपनी को छोड़ने का रास्ता चुन लिया है. कंपनी में मस्क के आने के बाद एक के बाद एक बदलाव होते ही जा रहे है. मस्क ने ये नीति ही बना ली है कि ट्विटर को पूरी तरह से बदल देना है, लेकिन उनके इस बदलाव का असर सीधे कर्मचारियों पर पड़ रहा है. काफी लोग उनके वजह से बेरोजगार हो गए है.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “ट्विटर खबरों को ओपन-सोर्स करने जैसा है.” मस्क ने दूसरे ट्वीट में कहा, “आप सोशल मीडिया में एक छोटा-सा लक कैसे बनाते हैं?” एलन मस्क के ‘हार्डकोर वर्क’ अल्टीमेटम के बाद अब सैकड़ों कर्मचारियों ने अपने आप ही कंपनी को इस्तीफा सौंप दिया है. लेकिन इससे ट्विटर को एक बड़ा झटका लगा है.

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आपको बता दें कि दो दिन पहले एलन मस्क ने ट्विटर पर काम कर रहे कर्मचारियों को एक अल्टीमेटम या एक बड़ा ऐलान किया था. ईमेल करके ट्विटर के मालिक ने कर्मचारियों को कहा था, ‘ट्विटर को सफल बनाने के लिए हमें बहुत ही ज्यादा कट्टर होने की जरूरत होगी.’ उस  ईमेल में ‘उच्च तीव्रता’  के साथ-साथ काफी लंबे समय तक काम करने के लिए भी बात किया गया था. कर्मचारियों पर इसका बुरा असर पड़ा था. गुरुवार को दिन के अंत होने तक मस्क के ऑनलाइन फॉर्म को पूरा करना था या कंपनी छोड़कर जाना था.

एलन मस्क को अब इस बात का डर सता रहा है कि कहीं ऐसा न हो जाए कि ट्विटर जल्द ही दिवालियेपन का शिकार हो जाए. वहीं बीते पिछले दिनों में उन्होंने इसको लेकर भी कर्मचारियों को अल्टीमेटम या चेतावनी दे दी थी. बता दें कि एलन मस्क ने कर्मचारियों को सप्ताह में 80-घंटे काम करने और मुफ्त भोजन नहीं मिलने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है. मस्क इसी के साथ ही जल्द ही वर्क-फ्रॉम-होम पॉलिसी में बदलाव भी कर देंगे.

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Neetu Pandey

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