Mukhtar Ansari Postmortem Report: रिपोर्ट में सामने आया मौत का राज, सच जान हैरान रह जायेंगे आप!
Secret of death revealed in the report, you will be surprised to know the truth
Mukhtar Ansari Postmortem Report: जहां एक तरफ़ मुक्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत के बाद प्रशाशन का ये कहना था कि अंसारी की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। तो वही दूसरी तरफ़ मुक्तार अंसारी का परिवार लगता है ये दावा कर रहा था कि उन्हें जेल में slow poison दिया जा रहा था। और मुख्तार अंसारी का परिवार लगतर साकार से ये मांग कर रहा था कि उनका पोस्टमॉर्टम एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों की एक टीम के द्वारा कराया जाएगा।
मुक्तार अंसारी के परिवार की मांग पर ध्यान देते हुए प्रशाशन ने उनका पोस्टमॉर्टम एम्स (AIIMS) के 5 डॉक्टरों की एक टीम के द्वारा कराया, जिसमें से एक पीजीआई (PGI) से था। पोस्टमॉर्टम की सारी प्रक्रिया को हर तरह से वीडियो रिकॉर्ड किया गया। जिसका बाद ये साफ हो गया कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई थी।
क्या था पुरा मामला
अपनी मौत से पहले मुख्तार अंसारी ने एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमे अंसारी ने लिखा था कि, “उन्हें ज़हर देकर मारने की कोशिश की जा रही है।” मुख्तार अंसारी ने अपनी चिट्ठी में कई नामी हस्तियों पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप भी लगाया था। उन्होंने लिखा था कि, “बीजेपी सरकार के दौरान जेलों के अंदर कई लोगों की हत्या की गई।”
माफिया से नेता बने और पूर्व रहे विधायक मुख्तार अंसारी की एक चिट्ठी सामने आई है, जिसके लीक होने के बाद ही हड़कंप मच हुआ है। मुख्तार ने यह चिट्ठी अपनी मौत से करीब एक हफ्ते पहले बांदा जेल से भेजी थी। मुख्तार ने अपनी चिट्ठी में जेल प्रबंधन पर खाने में जहर मिलाने (बांदा जेल में जहर मिलाने) का आरोप लगाया है। मुख्तार ने सुरक्षा की भी मांग की है और उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। चिट्ठी में अन्य नामचीन लोगों का भी जिक्र है।
21 मार्च को मुख्तार अंसारी ने मऊ कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर कहा, “19 मार्च की शाम को जेल प्रशासन ने मुझे खाने में जहर देकर मारने की कोशिश की। इससे पहले बांदा जेल में ही दो बार मेरी हत्या की साजिश रची गई थी।”
पत्र में अंसारी कई बड़े नेताओं का जिक्र भी करतें है
मुक्तर अंसारी अपने पत्र में आगे लिखते है की “सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, एमएलसी बृजेश सिंह, भाजपा विधायक सुशील सिंह, पूर्व एसटीएफ आईजी अमिताभ यश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख गृह सचिव सभी इस हत्याकांड में शामिल हैं। सरकार ने इन लोगों को हत्या के बाद कानूनी कार्रवाई से बचाने का भी वादा किया है। भाजपा शासन में जेल में कई लोगों की हत्या हुई है। इस मामले में आरोपियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
मुख्तार के भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी ने भी एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए बताया कि मुख्तार के खाने में कोई जानलेवा पदार्थ मिलाया गया था। इस बीच, अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा है कि वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे। मुख्तार अंसारी की जेल में मृत्यु पर उनके बड़े भाई सिबकतुल्लाह अंसारी का बयान भी सामने आया कि, “मीडिया के माध्यम से सूचना मिली, प्रशासन ने तो कोई सूचना नहीं दी। 18 मार्च से ही उनकी (मुख्तार अंसारी) काफी तबीयत खराब चल रही थी। बार-बार कहने के बावजूद कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।”