वाह रे ठेकेदार! बुंदेलखंड प्रवेश द्वार पर लगाए गए राष्ट्रीय ध्वज का प्लेटफार्म हुआ ध्वस्त,अधिकारी मस्त!
देश की सबसे बड़ी और सबसे मजबूत पार्टी अगर कोई है तो वो है भारतीय जनता पार्टी…चूंकि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का ही राज है। आए दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भ्रष्टाचार खत्म हो चुका है। सीएम लगातार अखिलेश यादव औऱ बसपा सुप्रीमो मायावती पर वार करते हैं।
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राजा ईमानदार…पहरेदार बेईमान!
योगी सरकार भले ही ये दावा और वादा करले कि वो ईमानदार हैं, लेकिन जो अधिकारी हैं वो कतई भी ईमानदार नहीं है। आए दिन प्रदेश में कोई ना कोई भ्रष्टाचार का मामला सामने आ ही जाता है। दरअसल उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले के 200 वर्ष पूरे होने पर जिले भर में एक साल तक कार्यक्रम संचालित किए गए। शहर में हाईवे पर बुंदेलखंड प्रवेश द्वार पर यमुना पथवे में आठ माह पूर्व नगर पालिका ने राष्ट्रीय झंडा (National flag) स्थापित कराया। आठ महीने पहले बना इसका प्लेट फार्म हल्की बारिश भी नहीं झेल पाया। 12 लाख की लागत से निर्मित इस प्लेट फार्म के ध्वस्त होने पर लोग उंगली उठा रहे हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर इतने ब़ड़े घोटाले के पीछे किसका हाथ है।
दरअसल बुंदेलखंड के प्रवेश द्वार पर हाईवे किनारे मुख्यालय स्थित यमुना पथवे पर सुंदरीकरण को लेकर नगर पालिका ने राष्ट्रीय ध्वज (National flag) लगाया था। जिसका निर्माण करीब 12 लाख की लागत से तैयार हुआ था। महज आठ महीने में ही प्लेट फार्म ध्वस्त हो गया। इस मामले में सभासद प्रतिनिधि संजय श्रीवास ने कहा कई बार नगर पालिका को अवगत करा चुके हैं। इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है। नगर पालिका ने यमुना पथवे पर राष्ट्रीय ध्वज (National flag) लगाने के लिए प्लेटफार्म तैयार कराया था। हल्की हवा में कई बार झंडा फटने पर बदला जा चुका है। इसकी शिकायत भी उनके द्वारा की जा चुकी है। नगर पालिका के अवर अभियंता अजय कुमार कटियार का कहना है कि भारी बारिश के कारण मिट्टी कटान से प्लेटफार्म ध्वस्त हुआ है।
ठेकेदार की लापरवाही आई सामने
दरअसल इस प्रोजेक्ट के लिए जिस जिस ठेकेदार को ठेका दिया गया था, अभी तक तो उसी की लापरवाही सामने आ रही है। चूंकि महज 8 महीने में ही प्लेटफार्म का ध्वस्त हो जाना, ये कोई मामूली बात तो नहीं हो सकती। ऐसा भी नहीं हो सकता, कि ये कोई इत्तेफाक से गिर जाए। इस मामले में घोटाला ही हुआ है, तभी 12 लाख रूपए मिट्टी में मिल गए हैं।
इस मामले में सभासद प्रतिनिधि संजय श्रीवास का कहना है कि कई बार नगर पालिका को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है। लेकिन शिकायत के बाद भी इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है। नगर पालिका ने यमुना पथवे पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने के लिए प्लेटफार्म तैयार कराया था। हल्की हवा में कई बार झंडा फटने पर बदला जा चुका, जो कि कहीं ना कहीं एक बड़ा भ्रष्टाचार और एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।
क्या कहना है नगर पालिका ईओ अनुपम शुक्ला का?
दरअसल, इस पूरे मामले पर नगर पालिका ईओ अनुपम शुक्ला का ये कहना है कि मिट्टी की कटान की वजह से प्लेटफार्म ध्वस्त हुआ है। यानी की अगर कटान नहीं होता तो ऐसा मामला सामने नहीं आता। नगर पालिका ईओ अनुपम शुक्ला ने आगे कहा कि इस मामले के बारे में संबंधित ठेकेदार को सूचित किया जा चुका है, जल्द ही पुनः निर्माण कराया जाएगा। साथ ही इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जो भी इस मामले में दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब ऐसे में देखने वाली ये होगी कि जांच कब तक पूरी हो पाती है। और जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्ऱवाई होती भी है या फिर नहीं।