Aurangzeb Lane: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अधिकारियों ने एक बैठक में 28 जून बुधवार को घोषणा की कि लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन के नाम को बदलकर (Dr. APJ Abdul Kalam) डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लेन रख दिया गया है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के मुताबिक लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए महापुरुषों को पहचान देने की जरूरत है.
दरअसल, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने साल 2015 अगस्त में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) रोड कर दिया था. बता दें औरंगजेब लेन अब्दुल कलाम मार्ग को पृथ्वी राज रोड (prathviraj road) से जोड़ती है. इलाके के अंतर्गत ‘(Aurangzeb Lane)’ का नाम बदलकर (Dr. APJ Abdul Kalam) डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम करने का विचार करने के लिए परिषद के समक्ष एक एजेंडा खड़ा किया था. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, ‘अब्दुल कलाम लेन’ नई दिल्ली नगरपालिका अधिनियम, 1994 की धारा 231 की उप-धारा (1) के खंड (A) के संदर्भ में है. उन्होंने औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) लेन करने की मंजूरी दे दी है.
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जानकारी के मुताबिक बता दें कि, देश के इतिहास में औरंगजेब को कट्टर सुन्नी मुसलमान के नाम से जाना जाता है. कई इतिहासकारों की मानें तो औरंगजेब ने हिंदू सियासत पर कई अत्याचार किए थे. औरंगजेब (Aurangzeb ) को हिंदुओं के कई प्रमुख मंदिरों के विध्वंस का कारण माना जाता है और इसके अलावा औरंगजेब (Aurangzeb Lane) के शासन ने कई सिख गुरुओं पर भी क्रूरता दिखाई थी. इससे पहले भी कई संगठन इस रास्ते के नाम को बदलने की मांग उठा रहे थे.
NDMC ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली कानून द्वितीय अधिनियम, 2011 की वैधता के विस्तार पर भी अपनी सहमति दे दी है. परिषद ने बड़ी सीवर लाइनों की गंदगी निकालने और पुनर्वास के कामों के लिए करीब 25 करोड़ रुपये के व्यय को भी मंजूरी दे दी. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र की सीवरेज प्रणाली 80 साल से अधिक पुरानी है, इसका उपयोगी जीवन खत्म हो चुका है और ये वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह अपर्याप्त हैं.