पहले बिहार में भगवान् राम पर बवाल हुआ और अब कर्नाटक (Bihar- Karnataka) में एक रिटायर्ड प्रोफ़ेसर और लेखक का बयान राजनीतिक रु ले लिया है। लेखक केएस भगवान् ने भगवान् श्रीराम पर आपत्ति जनक बयान देकर राजनीति को गरमा दिया है। प्रोफ़ेसर ने कहा है कि भगवान् राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे ,दिन भर शराब पीते थे ,सीता को वन में भेज देते थे ,उन्हें सीता की कोई फिक्र नहीं थी। पेड़ के नीचे प्रायश्चित कर रहे शम्बूक का सिर काट दिया फिर वे आदर्श कैसे हो सकते हैं ? उन्होंने आगे कहा कि देश में राम राज्य बनाने की चर्चा होती है। अगर कोई बाल्मीकि रामायण का उत्तरकांड पढ़ेगा तो उसे पता चल जाएगा कि भगवान् श्री राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11 हजार साल नहीं 11 राज किया था।
प्रोफ़ेसर केएस भगवान के इस बयान के बाद कर्नाटक बीजेपी में काफी हलचल गुस्सा भी। बीजेपी नेता विवेक रेड्डी ने सरकार से इस कन्नड़ लेखक के खिलाफ करवाई करने की बात कही है। विवेक ने कहा है कि यह सबसे अश्लील और घटिया तरह का मामला है यह प्रोफ़ेसर की घटिया नमानसिक्ता को दर्शाता है। हम अपने देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसे सलाखों के पीछे डालने की जरूरत है।
हालांकि यह कोई पहला मौक़ा नहीं है कि इस लेखक ने बयान दिया है। 2019 में भी इस लेखक ने कहा था कि राम शराब पीते थे और सीता को भी शराब पिलाते थे। उन्होंने अपनी किताब में कुछ ऐसी बातो की चर्चा की थी जिसपर काफी विवाद हुआ था। बता दें कि 2021 में लेखक पर हमला हुआ भी हुआ था लेखक ने 2015 गीता पर भी कुछ इसी तरह का बयान दिया था और उसके पैन को जला दिया था। अब जब कर्नाटक में चुनाव है लेखक का यह बयान हंगामा मचा रहा है। आने वाले दिनों में क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता।