नई दिल्ली । बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक MLA महेन्द्र गोयल 15 लाख रुपये लेकर दिल्ली विधानसभा (Delhi Vidhansabha) में पहुंचे। वहां उन्होने 15 लाख के नोटों की गड्डियां दिल्ली विधान सभा में लहरायीं। उनका कहना है कि उन्हें रिश्वत के रुप में यह पहली किश्त दी गयी है।
विधायक महेन्द्र गोयल( MLA Mahendra Goel) रिठाला विधान सभा सीट ( Rithala Assembly Seat) , दिल्ली से विधायक है। उनका कहना है कि उन्होने रिश्वत की रकम की जानकारी दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना (LG VK Saxena) व संबंधित डीसीपी को दी है। गोयल ने कहा कि अंबेडकर अस्पताल में बड़े पैमाने पर धांधली होने का आरोप लगाया है।
इस मामले में विधायक महेन्द्र गोयल ने कहा कि वे घूस का टोकन मनी है। उन्होने माना कि नर्सों की भर्ती में चालीस-चालीस हजार रुपये की रिश्वत अंबेडकर अस्पताल (Ambedkar Hospital) में नर्सिंग-माली स्टॉफ की भर्ती को ठेका लेने वाली एजेंसी की ओर से दी गयी। भाजपा का कहना है कि महेन्द्र गोयल भ्रष्टाचार में फंस गये हैं। इसलिए उन्होने खुद को व अपनी पार्टी की फजीहत होने से बचने के लिए ये नाटक किया है।
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उधर भाजपा ने दिल्ली सरकार को घेरा है। भाजपा का आरोप है कि रिश्वत की रकम लेकर रिश्वत के खिलाफ आम आदमी पार्टी नाटक रच रही है। बीजेपी नेता हरीश खुराना का कहना है कि अंबेडकर अस्पताल में नर्सों की भर्ती के लिए पैसे लेने के बावजूद जब वे नर्सों को भर्ती नहीं करा पाये तो उन्हें खुद के फंसने का डर हुआ। इसलिए उन्होने खुद को पाक साफ दिखाने के लिए नोटो को विधान सभी में लहराया।
रामवीर विधूड़ी ने कहा कि महेन्द्र गोयल ने आम आदमी पार्टी पर ही भ्रष्टचार के आरोप लगाये हैं। उनके समर्थन में अनेक आम आदमी पार्टी सामने आये हैं। भाजपा के विधायक इस घटना के खिलाफ धरने पर बैठ गये हैं। इस मामले को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी व दिल्ली सरकार को बुरी तरह घेरने की तैयारी कर रही है।